Download Today Current Affairs PDF
हाल ही में प्रकाशित एक क्लिनिकल परीक्षण के निष्कर्षों ने यह स्पष्ट किया है कि उन्नत ग्लाइकेशन एंड प्रोडक्ट्स (AGEs) से भरपूर आहार भारत के मधुमेह की राजधानी बनने के प्रमुख कारणों में से एक है।
उन्नत ग्लाइकेशन एंड प्रोडक्ट्स (AGEs) के बारे में
- परिभाषा: AGEs, जिन्हें ग्लाइकोटॉक्सिन भी कहा जाता है, हानिकारक अणु होते हैं जो लिपिड और प्रोटीन के ग्लाइकेशन और ऑक्सीकरण से बनते हैं।
- ग्लाइकेशन और ऑक्सीकरण:
- ग्लाइकेशन: अन्य अणुओं को शर्करा के साथ संयोजित करने की प्रक्रिया।
- ऑक्सीकरण: अन्य अणुओं को ऑक्सीजन के साथ संयोजित करने की प्रक्रिया।
- उत्पादन का स्रोत:
- AGEs आपके शरीर में चयापचय द्वारा बनते हैं, लेकिन इनका प्रमुख स्रोत भोजन है।
- ये मुख्य रूप से उच्च तापमान पर पकाए जाने वाले खाद्य पदार्थों (जैसे ग्रिलिंग, टोस्टिंग, रोस्टिंग, ब्रॉइलिंग और फ्राइंग) से बनते हैं।
- तंबाकू का उपयोग भी AGEs का एक अन्य स्रोत है।
- उम्र और AGEs: उम्र बढ़ने के साथ शरीर में AGEs का उत्पादन बढ़ता है।
AGEs हानिकारक क्यों हैं?
- AGEs शरीर में हर समय मौजूद रहते हैं। कम स्तर पर, ये महत्वपूर्ण क्षति का कारण नहीं बनते हैं, लेकिन उच्च सांद्रता में पहुंचने पर ये कोशिका और ऊतकों को नुकसान पहुंचाते हैं।
- कोशिका और ऊतकों पर प्रभाव:
- AGEs रक्त वाहिकाओं और कई अन्य अंगों पर स्थित रिसेप्टर्स के साथ मिलकर अंग प्रणालियों को नुकसान पहुंचाते हैं।
- ये यौगिक कोशिकाओं के भीतर प्रोटीन के कार्य को प्रभावित कर सकते हैं, हार्मोनों, साइटोकाइन्स और मुक्त कणों के व्यवहार को बदल सकते हैं, और कोशिकाओं के बीच बाह्य कोशिकीय मैट्रिक्स को संशोधित कर सकते हैं।
- सूजन और दीर्घकालिक बीमारियाँ:
- AGEs आपके शरीर की कई प्रणालियों में सूजन और अन्य विनाशकारी प्रक्रियाओं को सक्रिय करते हैं।
- ये विभिन्न दीर्घकालिक सूजन संबंधी बीमारियों जैसे टाइप II मधुमेह, संवहनी और हृदय संबंधी रोग, ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया के विकास में शामिल होते हैं।
- हाइपरग्लेसेमिया:
- हाइपरग्लेसेमिया (रक्त में ग्लूकोज का उच्च स्तर) अधिक AGEs उत्पादन से जुड़ी एक स्थिति है, जो मधुमेह से पीड़ित लोगों में रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाती है।
निष्कर्ष: AGEs का बढ़ता स्तर और उनके स्वास्थ्य पर प्रभाव भारत में मधुमेह की समस्या को बढ़ावा दे रहे हैं। इसलिए, स्वस्थ आहार अपनाना और उच्च तापमान पर पकाए गए खाद्य पदार्थों का सेवन कम करना आवश्यक है ताकि मधुमेह और अन्य संबंधित बीमारियों के जोखिम को कम किया जा सके।
Explore our Books: https://apnipathshala.com/product-category/books/
Explore Our test Series: https://tests.apnipathshala.com/