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संदर्भ:
भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक संबंध: ऑस्ट्रेलिया ने भारत के साथ आर्थिक सहयोग के लिए नई रूपरेखा (New Roadmap for Australia’s Economic Engagement with India) लॉन्च की है। यह रूपरेखा दर्शाती है कि ऑस्ट्रेलिया भारत की असाधारण आर्थिक वृद्धि में कैसे योगदान कर सकता है और इससे कैसे लाभ प्राप्त कर सकता है।
भारत की आर्थिक शक्ति पर ऑस्ट्रेलिया का विश्वास:
- 2030 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था: ऑस्ट्रेलिया को पूरा विश्वास है किभारत 2030 तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। यह भरोसा भारत की मजबूत आर्थिक वृद्धि और बढ़ते वैश्विक प्रभाव के कारण है।
- UNSC में स्थायी सीट के लिए समर्थन:
- भारत की बढ़ती आर्थिक शक्ति को ध्यान में रखते हुए, ऑस्ट्रेलिया संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत की स्थायी सीट का समर्थन करता है।
- ऑस्ट्रेलिया का मानना है कि भारत की वैश्विक निर्णय–निर्माण प्रक्रिया में भूमिका को और मजबूत किया जाना चाहिए।
- भारत–ऑस्ट्रेलिया आर्थिक साझेदारी:
- ऑस्ट्रेलिया के पास संसाधनों की भरपूर आपूर्ति है, जो भारत के औद्योगिक और तकनीकी विकास के लिए आवश्यक हैं।
- वहीं, भारत का विशाल बाजार ऑस्ट्रेलियाई वस्तुओं और सेवाओं के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
- आपसी सहयोग का आधार: यह आर्थिक परस्पर निर्भरता भारत और ऑस्ट्रेलिया को स्वाभाविक आर्थिक साझेदार (Natural Economic Partners) बनाती है, जिससे दोनों देशों के बीच सहयोग और अधिक मजबूत होगा
भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक संबंध:
- आर्थिक और व्यापारिक संबंध: भारत ऑस्ट्रेलिया का 5वां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। वर्ष 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार $31 बिलियन से बढ़कर $50 बिलियन होने की उम्मीद है।
- मुख्य निर्यात:
- ऑस्ट्रेलिया से भारत: कोयला, शिक्षा सेवाएं, प्राकृतिक गैस, और कृषि उत्पाद।
- भारत से ऑस्ट्रेलिया: फार्मास्यूटिकल्स, कपड़ा, इंजीनियरिंग उत्पाद और आईटी सेवाएं।
- व्यापार समझौते:
- Comprehensive Economic Cooperation Agreement (CECA): व्यापार और निवेश को बढ़ाने के लिए समझौते पर बातचीत जारी।
- Australia-India Economic Cooperation and Trade Agreement (ECTA): शुल्क में कटौती और व्यापार के नए अवसर खोलने पर केंद्रित।
- परस्पर पूरक अर्थव्यवस्थाएं:
- ऑस्ट्रेलिया के पास भरपूर खनिज संसाधन हैं (लिथियम, निकल, कोबाल्ट), जो भारत के निर्माण और स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र के लिए आवश्यक हैं।
- भारत वैश्विक विनिर्माण (Manufacturing) केंद्र बनने की ओर अग्रसर है, जिसमें ऑस्ट्रेलियाई संसाधन महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
- रक्षा और सुरक्षा सहयोग
- Mutual Logistics Support Agreement (MLSA): दोनों देशों की सेनाएं एक–दूसरे के सैन्य अड्डों का उपयोग लॉजिस्टिक्स और मरम्मत के लिए कर सकती हैं।
- साइबर और तकनीकी सहयोग: साइबर सुरक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), और डिजिटल गवर्नेंस में सहयोग बढ़ाना।
- QUAD (Quadrilateral Security Dialogue): भारत और ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और जापान के साथ मिलकरइंडो-पैसिफिक क्षेत्र मेंचीनी प्रभाव को संतुलित करने के लिए कार्य कर रहे हैं।
- 6 संयुक्त रक्षा अभ्यास: मालाबार, AUSINDEX, और AUSTRAHIND जैसे सैन्य अभ्यासों के माध्यम से रक्षा साझेदारी को मजबूत करना।
शिक्षा और अनुसंधान सहयोग:
- 100,000+ भारतीय छात्र ऑस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे हैं।
- India-Australia Education and Research Collaboration: विज्ञान, प्रौद्योगिकी और मानविकी में शोध के लिए समझौते।
- Maitri Scholarship Program: भारतीय छात्रों के लिए ऑस्ट्रेलिया में अध्ययन हेतु छात्रवृत्ति।
- भारतीय प्रवासी समुदाय: ऑस्ट्रेलिया में बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग रहते हैं, जो दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक पुल का कार्य करते हैं।