भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDAI) के अध्यक्ष ने हाल ही में बीमा सुगम की महत्वाकांक्षी परियोजना की पुष्टि की, जिसे भारतीय बीमा क्षेत्र में बड़े बदलाव की उम्मीद है। यह एक ऑनलाइन बीमा बाज़ार के रूप में कार्य करेगा, जो बीमा पॉलिसियों की खरीद, बिक्री, सर्विसिंग और दावों के निपटान के लिए एक सहज प्लेटफॉर्म प्रदान करेगा।
बीमा सुगम क्या है?
बीमा सुगम एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जो ग्राहकों को विभिन्न बीमा कंपनियों द्वारा दिए गए कई विकल्पों में से उपयुक्त योजना चुनने की सुविधा प्रदान करेगा। यह प्लेटफॉर्म जीवन, स्वास्थ्य और सामान्य बीमा (जैसे मोटर और यात्रा बीमा) सहित सभी बीमा आवश्यकताओं को पूरा करेगा।
विशेषताएँ:
- बीमा बाजार का सरलीकरण और डिजिटलीकरण: बीमा सुगम पॉलिसी खरीदने, नवीनीकरण, दावा निपटान, और एजेंट एवं पॉलिसी पोर्टेबिलिटी जैसे सभी प्रक्रियाओं को सरल और डिजिटल रूप से प्रबंधित करेगा।
- ग्राहक सहायता: यह प्लेटफॉर्म उपभोक्ताओं को बीमा से संबंधित सभी प्रश्नों और समस्याओं में सहायता प्रदान करेगा।
भूमिका:
- एकल खिड़की समाधान: बीमा सुगम प्लेटफॉर्म पॉलिसीधारकों के लिए एक एकल खिड़की के रूप में कार्य करेगा, जिससे वे अपने बीमा कवरेज का प्रबंधन आसानी से कर सकेंगे।
- सम्पूर्ण समाधान: यह प्लेटफॉर्म ग्राहकों की बीमा आवश्यकताओं—खरीद, सेवा और निपटान—के लिए एक संपूर्ण समाधान प्रदान करेगा।
उपयोगिता:
- वास्तविक समय में डेटा उपलब्धता: बीमा कंपनियों को विभिन्न टच प्वाइंट्स से सत्यापित और प्रामाणिक डेटा तक वास्तविक समय के आधार पर पहुंच बनाने में सुविधा होगी।
- बिचौलियों और एजेंटों के लिए इंटरफेस: यह प्लेटफॉर्म बिचौलियों और एजेंटों को पॉलिसियां बेचने और पॉलिसीधारकों को सेवाएं प्रदान करने के लिए इंटरफेस उपलब्ध कराएगा, साथ ही कागजी कार्रवाई को कम करेगा।
हितधारक:
- बीमा सुगम प्लेटफॉर्म में जीवन बीमा और सामान्य बीमा कंपनियों की हिस्सेदारी 47.5% होगी।
- ब्रोकर और एजेंट निकायों की हिस्सेदारी 2.5% होगी।
भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDAI):
- स्थापना: IRDAI बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण अधिनियम, 1999 के तहत स्थापित एक वैधानिक निकाय है, जो भारत में बीमा क्षेत्र के विकास और विनियमन की जिम्मेदारी निभाता है।
- मुख्यालय: इसका मुख्यालय हैदराबाद में स्थित है।
- पंजीकरण और लाइसेंसिंग: IRDAI बीमा और पुनर्बीमा कंपनियों, साथ ही बीमा मध्यस्थों को पंजीकृत करने और लाइसेंस देने का कार्य करता है।
- मानदंड और योग्यताएं: यह बीमा लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आवश्यक मानदंड, योग्यताएं और पूंजी आवश्यकताएं निर्धारित करता है।
- संरचना: IRDAI एक 10 सदस्यीय निकाय है, जिसमें एक अध्यक्ष, पांच पूर्णकालिक सदस्य और चार अंशकालिक सदस्य होते हैं, जिन्हें भारत सरकार द्वारा नियुक्त किया जाता है।
- विज़न: IRDAI की “विजन इंश्योरेंस फॉर ऑल” पहल का उद्देश्य 2047 तक सार्वभौमिक कवरेज प्रदान करना है, जिससे हर व्यक्ति को बीमा कवरेज मिल सके।
भारत में बीमा क्षेत्र:
- बीमा पहुंच: IRDAI के आंकड़ों के अनुसार, 2021-22 में भारत में बीमा की पहुंच जीडीपी का 2% थी, जो वैश्विक औसत (7%) से काफी कम है।
- वर्तमान स्थिति: वर्तमान में भारत दुनिया का 10वां सबसे बड़ा बीमा बाज़ार है।
- भविष्य का अनुमान: स्विस रे की रिपोर्ट के अनुसार, भारत 2032 तक इटली, कनाडा, दक्षिण कोरिया, और जर्मनी को पीछे छोड़कर छठा सबसे बड़ा बीमा बाजार बन जाएगा।