संदर्भ:
बोंगोसागर 2025: भारत-बांग्लादेश नौसैनिक अभ्यास बोंगोसागर (Bongosagar) 2025 मार्च 2025 में बंगाल की खाड़ी में आयोजित किया गया। यह अभ्यास दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
बोंगोसागर 2025 का मुख्य उद्देश्य:
- बोंगोसागर (Bongosagar) 2025 का मुख्य उद्देश्य संयुक्त संचालन क्षमताओं में सुधार करना था। इसमें समुद्री सुरक्षा चुनौतियों के लिए समन्वय को बढ़ावा देना शामिल था। इस अभ्यास का उद्देश्य भारतीय नौसेना और बांग्लादेश नौसेना के बीच सहज संचालन को सुलभ बनाना था।
अभ्यास बोंगोसागर (Bongosagar) के बारे में
- क्या है: यह भारत और बांग्लादेश के बीच एक द्विपक्षीय नौसेना अभ्यास है।
- उद्देश्य: समुद्री संचालन की एक विस्तृत श्रृंखला के माध्यम से उच्च स्तर की अंतरसंचालनीयता (interoperability) और संचालन विशेषज्ञता विकसित करना।
- शुरुआत: इस अभ्यास की शुरुआत वर्ष 2019 में हुई थी और बोंगोसागर 2025 इसका पांचवां संस्करण है।
- भागीदारी: भारतीय नौसेना से INS रणवीर और बांग्लादेश नौसेना से BNS अबू उबैदा ने भाग लिया।
- अंतरसंचालनीयता में सुधार: यह अभ्यास दोनों नौसेनाओं के बीच साझा समुद्री सुरक्षा चुनौतियों का मिलकर सामना करने की क्षमता को बढ़ाने में सहायक रहा।
- अभ्यास में शामिल गतिविधियाँ:
- सतह पर फायरिंग (Surface firing)
- सामरिक संचालन (Tactical manoeuvres)
- चलते-चलते पुनःपूर्ति (Underway replenishment)
- विजिट-बोर्ड-सर्च-सीजर (VBSS) क्रॉस बोर्डिंग
- संचार अभ्यास (Communication drills)
- ऑप्स टीम और जूनियर अधिकारियों के लिए पेशेवर विषयों पर क्विज़
- स्टीम पास्ट (Steam past)
- महत्व: यह अभ्यास दोनों नौसेनाओं को सामरिक योजना, समन्वय और सूचना-साझाकरण में निकट संबंध विकसित करने का अवसर प्रदान करता है ताकि वे सहजता से समुद्री संचालन कर सकें।