संदर्भ:
एशियाई शेरों की घटती आबादी: नवीनतम सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले पाँच वर्षों (2020-2024) में 669 एशियाई शेरों की मृत्यु हुई है।
एशियाई शेर (Asiatic Lions) का संरक्षण और स्थिति:
- परिचय:
- वैज्ञानिक नाम:Panthera leo persica
- विस्तार क्षेत्र:
- भारत में गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र का गिर वन ही एशियाई शेरों का अंतिम प्राकृतिक आवास है।
- शेरों का कुल वितरण क्षेत्र लगभग 9,000 वर्ग किमी है, जिसमें गिर राष्ट्रीय उद्यान, गिर वन्यजीव अभयारण्य, पानिया वन्यजीव अभयारण्य और मिटियाल वन्यजीव अभयारण्य शामिल हैं।
- संरक्षण स्थिति:
- IUCN सूची: संकटग्रस्त (Endangered)
- CITES: परिशिष्ट I (Appendix I)
- वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972: अनुसूची I (Schedule I)
संरक्षण प्रयास:
- प्रोजेक्ट लॉयन (2020):
- शेरों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए आधारभूत संरचना का विकास।
- रेडियो कॉलर मॉनिटरिंग, कैमरा ट्रैप, मानव–वन्यजीव संघर्ष समाधान और आवास सुधारपर विशेष ध्यान।
- इंटरनेशनल बिग कैट्स एलायंस (2023): 97 देशों के बीच सहयोगको बढ़ावा देना, जो बाघ, शेर, तेंदुआ, गेंडा और अन्य बड़े बिल्ली प्रजातियों के संरक्षण पर केंद्रित है।
एशियाई शेरों की स्थिति और संरक्षण प्रयास:
- शेरों की मृत्यु दर:
- 2020: 142 शेरों की मृत्यु
- 2021: 124 शेरों की मृत्यु
- 2022: 117 शेरों की मृत्यु
- 2023: 121 शेरों की मृत्यु
- 2024: 165 शेरों की मृत्यु
- मृत्यु के प्रमुख कारण:
- बुढ़ापा, बीमारी, आपसी लड़ाई में चोटें, शावकों की उच्च मृत्यु दर
- खुले कुओं में गिरना, करंट लगना, दुर्घटनाएँ आदि
- कोई भी शेर शिकारियों द्वारा नहीं मारा गया
- शेरों की आबादी:
- 2015 में: 523 शेर
- 2020 में: 674 शेर (28% वृद्धि)
संरक्षण चुनौतियाँ और सुझाव:
- शेर केवल गिर जंगल तक सीमित हैं, जिससे किसी महामारी या प्राकृतिक आपदा के दौरान जोखिम बढ़ जाता है।
- 2018 में 27 शेर कैनाइन डिस्टेंपर वायरस (CDV) से मारे गए, 37 शेरों को क्वारंटाइन करना पड़ा।
- 48% शेर संरक्षित क्षेत्रों से बाहर चले गए हैं, जिससे उनके संरक्षण की चुनौती बढ़ गई है।
शेरों का स्थानांतरण (Translocation) का मुद्दा:
- 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को गुजरात से मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में शेरों को स्थानांतरित करने का निर्देश दिया था।
- एक दशक बीतने के बाद भी यह नहीं हुआ, जबकि अफ्रीकी चीतों को कूनो में लाया गया।
- बर्दा वन्यजीव अभयारण्य (गिर से 100 किमी दूर) को 40 शेरों के लिए संभावित नया आवास माना गया है।