संदर्भ:
F404-IN20 इंजन: एक साल की देरी के बाद, अमेरिकी रक्षा कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक ने पहला F404 इंजन भारत को सौंप दिया है, जो हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा निर्मित स्वदेशी तेजस लाइट कॉम्बैट Mk1A लड़ाकू विमान को शक्ति प्रदान करेगा।
F404-IN20 इंजन :
- डिजाइन: F404-IN20 इंजन F404 परिवार का एक उन्नत संस्करण है, जिसे तेजस LCA के लिए अनुकूलित किया गया है।
- विशेषताएँ:
- सबसे अधिक थ्रस्ट प्रदान करने वाला F404 संस्करण।
- हाई–फ्लो फैन और सिंगल–क्रिस्टल टर्बाइन ब्लेड जैसी आधुनिक तकनीक।
- भारतीय वायुसेना की जरूरतों के अनुसार कस्टमाइज़ किया गया।
तेजस LCA और F404-IN20 इंजन:
- चयन वर्ष: 2004, तेजस प्रोग्राम के लिए आदर्श थ्रस्ट और परफॉर्मेंस के कारण चुना गया।
- पहली परीक्षण उड़ान: 2008, जिसमें मैक 1 गति और विभिन्न मिशन ऊंचाइयों तक पहुंचने में सफलता प्राप्त की।
- तेजस Mk 1A: इस इंजन के साथ अपनी क्षमताओं को साबित कर चुका है और यह तेजस के विकास का प्रमुख घटक बना हुआ है।
तेजस लड़ाकू विमान: भारत का स्वदेशी सुपरसोनिक फाइटर
- प्रकार: 5 पीढ़ी (Generation), हल्का, उच्च-चुस्ती (High-Agility), सुपरसोनिक मल्टी-रोल लड़ाकू विमान
- इंजन: एकल-इंजन (Single-Engine), एक सीट वाला (Single-Seater) लड़ाकू विमान
- सेवा में प्रवेश: जुलाई 2016, भारतीय वायुसेना (IAF) में शामिल
तेजस के विकास की प्रमुख बातें:
- LCA कार्यक्रम की शुरुआत: 1983, MiG-21 विमानों के प्रतिस्थापन के लिए
- विकासकर्ता: DRDO की Aeronautical Development Agency (ADA) के नेतृत्व में, HAL मुख्य औद्योगिक ठेकेदार
- पहली उड़ान: 4 जनवरी 2001
- नामकरण: 2003 में ‘तेजस’ नाम दिया गया
- IAF में आधिकारिक प्रवेश: 2016
तेजस की स्क्वाड्रन (Squadrons)
- 45 “Flying Daggers”– जुलाई 2016 में पहली तेजस स्क्वाड्रन स्थापित
- 18 “Flying Bullets”– मई 2020 में ऑपरेशनल
तेजस Mk 1A का उत्पादन और देरी:
उत्पादन स्थिति (Production Status):
- 2025 के अंत तक: 3 तेजस Mk 1A विमान उड़ान के लिए तैयार होंगे।
- कुल 12 विमान तैयार होने की उम्मीद।
- नासिक संयंत्र से 1 विमान, बेंगलुरु संयंत्र से 11 विमान बनाए जाएंगे।
उत्पादन में देरी के कारण (Reasons for Delays):
F404-IN20 इंजन की आपूर्ति में देरी:
- 5 वर्षों तक उत्पादन बंद रहने के कारण लाइन को पुनः शुरू करने में चुनौती।
- पहले के 65 तेजस Mk 1 विमानों के लिए इंजन आपूर्ति के बाद उत्पादन बंद था।
कोविड–19 महामारी का प्रभाव:
- इंजन उत्पादन फिर से शुरू करने में महामारी ने बाधा डाली।
- GE Aerospace को उत्पादन बढ़ाने में कठिनाई हुई।
वर्तमान स्थिति: GE Aerospace ने HAL के साथ नई समय-सीमा तय की है और अब उत्पादन स्थिर हो रहा है।