विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, लगभग 46% वयस्कों को इस बात की जानकारी ही नहीं है कि वे उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) से पीड़ित हैं। यह अज्ञानता और भी घातक हो सकती है, क्योंकि अनियंत्रित रक्तचाप कई महत्वपूर्ण अंगों को गंभीर क्षति पहुंचा सकता है।
हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग: मुख्य बिंदु
- डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट:
- 46% वयस्कों को जानकारी नहीं है कि वे उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं।
- अनियंत्रित ब्लड प्रेशर कई अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है।
- हृदय रोग और मृत्यु दर:
- हृदय रोग वैश्विक मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक हैं।
- हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर से हर साल लाखों मौतें होती हैं।
- हाई ब्लड प्रेशर का खतरा:
- हाई ब्लड प्रेशर हृदय रोग और स्ट्रोक का मुख्य कारक है।
- लगातार बढ़ा ब्लड प्रेशर हार्ट अटैक और स्ट्रोक की संभावना बढ़ाता है।
- युवाओं पर प्रभाव:
- 20 साल से कम उम्र के लोग भी ब्लड प्रेशर की समस्या से पीड़ित हो रहे हैं।
- ब्लड प्रेशर नियंत्रण की आवश्यकता:
- सभी लोगों को ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखने के लिए प्रयास करने की सलाह दी जाती है।
रक्तचाप: एक परिचय–
- रक्तचाप क्या है?
- रक्तचाप वह दबाव है, जो रक्त वाहिकाओं पर पड़ता है।
- सामान्य रक्तचाप: 140/90 mmHg से कम।
- उच्च रक्तचाप: 140/90 mmHg या उससे अधिक।
- रक्तचाप के मापन की संरचना:
- सिस्टोलिक दबाव: हृदय के स्पंदन के दौरान रक्त वाहिकाओं में दबाव।
- डायस्टोलिक दबाव: हृदय के आराम के समय रक्त वाहिकाओं में दबाव।
- उच्च रक्तचाप का महत्व:
- अगर इसे नियंत्रित न किया जाए तो यह घातक बीमारियों का कारण बन सकता है।
- इसे “मूक हत्यारा” कहा जाता है।
- जागरूकता का उद्देश्य:
- उच्च रक्तचाप को रोकने और नियंत्रित करने के लिये हर साल 17 मई को विश्व उच्च रक्तचाप दिवस मनाया जाता है।
भारत में उच्च रक्तचाप के कारण–
- मोटापा
- शराब का सेवन
- उच्च नमक का सेवन
- तंबाकू का उपयोग
- शारीरिक व्यायाम की कमी, आदि।
- रिपोर्ट ने भारत में तंबाकू के उपयोग (28 प्रतिशत) और शारीरिक निष्क्रियता (34 प्रतिशत) को दो सबसे शक्तिशाली ट्रिगर के रूप में चिह्नित किया है।
रोकथाम के उपाए:
- अच्छी नींद की आदतें
- फलों और सब्जियों का सेवन
- शराब के सेवन से बचना चाहिए
- शारीरिक गतिविधि
- वायु प्रदूषण के संपर्क में कमी
- योग, ध्यान और संगीत, आदि।
विभिन्न पहल:
भारत उच्च रक्तचाप नियंत्रण पहल (IHCI) कार्यक्रम:
- IHCI जैसे कार्यक्रमों और प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल स्तर पर गैर-संचरणीय रोग जाँच और उपचार की दिशा में सरकार के प्रयासों के माध्यम से भारत का लक्ष्य वर्ष 2025 तक उच्च रक्तचाप या मधुमेह के 75 मिलियन रोगियों को मानक देखभाल पर प्रदान करना है।
- हर साल 17 मई को विश्व उच्च रक्तचाप दिवस मनाया जाता है।