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भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन:
गुयाना में पीएम मोदी ने भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने कैरिकॉम से मजबूत संबंधों के लिए सात प्रस्ताव रखे, और व्यापार, प्रौद्योगिकी और पर्यटन जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई ।
भारत द्वारा प्रस्तुत सात स्तंभों का संक्षिप्त नाम C-A-R-I-C-O-M है। ये स्तंभ हैं:
- क्षमता निर्माण (C)
- कृषि और खाद्य सुरक्षा (A)
- नवीकरणीय ऊर्जा व जलवायु परिवर्तन (R)
- नवाचार, प्रौद्योगिकी और व्यापार (I)
- क्रिकेट और संस्कृति (C)
- महासागर अर्थव्यवस्था (O) तथा
- चिकित्सा और स्वास्थ्य देखभाल (M)
- पहला भारत-कारिबियाई शिखर सम्मेलन 2019 में आयोजित किया गया था।
- कैरिकॉम के चार मुख्य स्तंभ आर्थिक एकीकरण; विदेश नीति समन्वय; मानव और सामाजिक विकास; सुरक्षा।
ग्लोबल साउथ को आगे बढ़ाने में भारत की भूमिका: डिकॉन मिशेल
- भारत की सराहना: कैरीकॉम के अध्यक्ष डिकॉन मिशेल ने भारत के प्रधानमंत्री और भारत सरकार की ग्लोबल साउथ के आदर्शों और आकांक्षाओं को आगे बढ़ाने में सक्रिय और प्रभावशाली भूमिका के लिए गहरी कृतज्ञता व्यक्त की।
- सतत विकास के लिए प्रतिबद्धता: मिशेल ने कहा कि भारत ने ग्लोबल साउथ के सतत विकास के प्रति अटूट प्रतिबद्धता दिखाई है, जो वैश्वीकरण के जटिल और परस्पर जुड़े युग में सराहनीय है।
- साझेदारी का उदाहरण: पीएम मोदी की अंतरराष्ट्रीय साझेदारी को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता और सतत विकास के प्रति समर्पण को सभी देशों के लिए एक उल्लेखनीय उदाहरण बताया।
- कैरीकॉम नागरिकों की भावना: मिशेल ने कैरीकॉम के सभी नागरिकों की ओर से भारत के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए कहा कि भारत का योगदान वैश्विक दक्षिण के विकास में अत्यधिक प्रभावशाली रहा है।
कैरिकॉम के बारे में
- यह 1973 में स्थापित एक क्षेत्रीय संगठन है। इसका उद्देश्य कैरिबियन देशों के बीच आर्थिक एकीकरण और सहयोग को बढ़ावा देना है।
- इसमें 15 सदस्य देश और 6 एसोसिएट सदस्य हैं। इसके सदस्यों में एंटीगुआ और बारबुडा, बहामास, बारबाडोस, बेलीज आदि शामिल हैं।
भारत के लिए कैरिकॉम का महत्व
- बहुपक्षीय मंचों पर भारत का समर्थन:
- एंटीगुआ और बारबुडा जैसे कैरिकॉम के सदस्य देश अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत के पक्ष का समर्थन करते हैं।
- जैसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन।
- साउथ–साउथ कोऑपरेशन:
- कैरिकॉम के सदस्य देशों ने भारत द्वारा आयोजित तीसरे वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन, 2024 में भाग लिया था।
- रक्षा निर्यात:
- उदाहरण के लिए, हाल ही में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने गुयाना को दो डोर्नियर 228 विमान निर्यात किए हैं।
जलवायु कार्रवाई और ऊर्जा सुरक्षा में सहयोग:
उदाहरण के लिए– सूरीनाम अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) में शामिल हुआ है।
अन्य दृष्टि से महत्व:
- कैरिबियाई देश भारत के लिए लैटिन अमेरिका में प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करते हैं।
- दोनों पक्ष आपदा-रोधी क्षमता बढ़ाने में सहयोग कर रहे हैं। जैसे- आपदा रोधी अवसंरचना के लिए गठबंधन।
- त्रिनिदाद और टोबैगो जैसे कैरिबियाई देशों में बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय रहते हैं।
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