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संदर्भ:
अंतरराष्ट्रीय बिग कैट एलायंस (IBCA) की स्थापना संबंधी रूपरेखा समझौता (Framework Agreement) आधिकारिक रूप से लागू हो गया है।
अंतरराष्ट्रीय बिग कैट एलायंस (IBCA):
परिचय:
यह अंतर–सरकारी संगठन वैश्विक स्तर पर बड़ी बिल्लियों (Big Cats) के संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए काम करता है। इसे 9 अप्रैल 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च किया गया था, जो प्रोजेक्ट टाइगर के 50 वर्ष पूरे होने का प्रतीक भी है। पांच संस्थापक देशों ने फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिससे वन्यजीव संरक्षण में एक नया मील का पत्थर जुड़ा।
- मुख्यालय: भारत
- सदस्य देश: 95 देशों का बहु-देशीय और बहु-एजेंसी गठबंधन, जिसमें बड़ी बिल्ली (Big Cats) रेंज वाले और गैर–रेंज देश शामिल हैं।
गठन और सदस्यता:
- IBCA का गठन भारत सरकार की मंत्रिमंडल समिति द्वारा 29 फरवरी 2024 को अनुमोदित किया गया।
- इसका मुख्यालय भारत में स्थित है।
- प्रारंभ में पांच देशों ने औपचारिक सदस्यता ली: निकारागुआ, इस्वातिनी, सोमालिया और लाइबेरिया।
- वर्तमान में 27 देश इस गठबंधन में शामिल होने की इच्छा जता चुके हैं।
संरक्षित प्रजातियाँ (Species Covered):
IBCA सात बड़ी बिल्लियों के संरक्षण पर केंद्रित है:
- टाइगर, शेर, तेंदुआ, हिमतेंदुआ, चीता, जगुआर, प्यूमा
भारत में पाई जाने वाली पाँच प्रजातियाँ:
- टाइगर, शेर, तेंदुआ, हिम तेंदुआ और चीता
जगुआर और प्यूमा भारत में नहीं पाए जाते।
बड़ी बिल्लियों (big cats) की सुरक्षा का महत्व:
- पारिस्थितिकी तंत्र संतुलन बनाए रखना
- स्वस्थ जैव विविधता के संकेतक
- जलवायु परिवर्तन शमन में सहायता
- सांस्कृतिक महत्व रखना
वित्तीय सहायता और संरक्षण पहल:
- IBCA का लक्ष्य बड़ी बिल्लियों की आबादी में गिरावट को रोकना और नकारात्मक रुझानों को पलटना है।
- यह वित्तीय सहायता के माध्यम से संरक्षण एजेंडा को मजबूत करेगा।
- गठबंधन मौजूदा अंतर–सरकारी मंचों और प्रजाति संरक्षण नेटवर्कों को और सशक्त करेगा।
वैश्विक संरक्षण प्रयासों पर प्रभाव:
- भारत के नेतृत्व में, IBCA वैश्विक वन्यजीव संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
- यह सदस्य देशों के बीच ज्ञान और संसाधनों के आदान–प्रदान को बढ़ावा देगा।
- यह सामूहिक दृष्टिकोण वैश्विक स्तर पर बड़ी बिल्लियों के सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए आवश्यक है।