संदर्भ:
MRI तकनीक: भारत ने अपना पहला स्वदेशी रूप से निर्मित MRI मशीन विकसित कर लिया है, जिसे परीक्षण के लिए AIIMS दिल्ली में स्थापित किया जाएगा।
AIIMS-Delhi में MRI मशीन की स्थापना:
- स्थापना और परीक्षण: यह मशीन अक्टूबर 2025 तक AIIMS-Delhi में स्थापित की जाएगी और क्लीनिकल ट्रायल्स के लिए उपयोग होगी।
- लागत में कमी: यह MRI स्कैन की लागत लगभग 50% तक कम कर सकती है, जिससे मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।
- स्वदेशी निर्माण: यह मशीन विदेशी आयात पर भारत की निर्भरता कम करेगी और MRI तकनीक की सार्वजनिक पहुंच में सुधार लाएगी।
MRI तकनीक (Magnetic Resonance Imaging Technique)
- परिभाषा: MRI एक गैर-आक्रामक (Non-invasive) चिकित्सा इमेजिंग तकनीक है, जिसका उपयोग शरीर के अंदरूनी अंगों, ऊतकों और संरचनाओं की विस्तृत छवियाँ बनाने के लिए किया जाता है।
- उपयोग: इसे मस्तिष्क (Brain), रीढ़ की हड्डी (Spinal Cord), मांसपेशियों (Muscles) और जोड़ों की विस्तृत जांच के लिए प्रयोग किया जाता है।
- सुरक्षा: X-ray और CT स्कैन के विपरीत, MRI में आयनीकरण विकिरण का उपयोग नहीं होता, जिससे यह सुरक्षित और बार-बार उपयोग करने योग्य होता है।