Download Today Current Affairs PDF
संस्कृति और पर्यटन मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत 22 नवंबर 2024 को डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर, जनपथ, नई दिल्ली में विशेष समारोह में 2022 और 2023 के लिए उस्ताद बिस्मिल्लाह खां युवा पुरस्कार 82 युवा कलाकारों को प्रदान करेंगे।
मुख्य बिन्दु:
- उस्ताद बिस्मिल्लाह खां युवा पुरस्कार (UBKUP) संगीत नाटक अकादमी द्वारा 2006 में शुरू किया गया एक प्रतिष्ठित सम्मान है।
- यह पुरस्कार भारत के युवा प्रदर्शनकारी कलाकारों को उनकी उत्कृष्टता के लिए दिया जाता है।
- इसका उद्देश्य संगीत, नृत्य, नाटक, लोक एवं जनजातीय कला, कठपुतली कला और अन्य प्रदर्शन कलाओं में युवाओं को प्रोत्साहित करना है। यह पुरस्कार भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के नाम पर रखा गया है।
उस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा पुरस्कार के बारे में
- स्थापना: यह पुरस्कार संगीत नाटक अकादमी द्वारा 2006 में भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खान के नाम पर स्थापित किया गया था।
- उम्र सीमा: यह पुरस्कार 40 वर्ष तक के युवा कलाकारों को दिया जाता है।
- क्षेत्र: पुरस्कार संगीत, नृत्य, नाटक, लोक एवं जनजातीय कला, कठपुतली कला और अन्य प्रदर्शन कलाओं में उत्कृष्टता के लिए प्रदान किया जाता है।
- वर्षिक वितरण: यह पुरस्कार हर साल दिल्ली और दिल्ली के बाहर विशेष समारोह में प्रदान किया जाता है।
- इनामी राशि: पुरस्कार में 25,000 रुपये (पच्चीस हजार रुपये), एक प्रतीक चिन्ह और अंगवस्त्र (अंगवस्त्र) दिया जाता है।
- उद्देश्य: युवा कलाकारों को संगीत, नृत्य, नाटक, लोक और जनजातीय कला, और अन्य प्रदर्शन कला क्षेत्रों में प्रोत्साहित और प्रेरित करना।
उस्ताद बिस्मिल्लाह खान के बारे में
- पूरा नाम: उस्ताद बिस्मिल्लाह खान, जन्म नाम क़मरुद्दीन खान
- जन्म और मृत्यु: 21 मार्च 1916 को जन्मे और 21 अगस्त 2006 को निधन हुए।
- संगीत में योगदान: उस्ताद बिस्मिल्लाह खान ने शहनाई को लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका शहनाई बजाने का अंदाज इतना आकर्षक था कि वे हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के एक प्रमुख कलाकार बन गए।
- धार्मिक सद्भावना: वे एक समर्पित मुसलमान थे, लेकिन हिन्दू और मुस्लिम दोनों प्रकार के समारोहों में प्रस्तुति देते थे। उन्हें धार्मिक सद्भावना का प्रतीक माना जाता था।
- स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका: 15 अगस्त 1947 को दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले पर भारतीय ध्वज फहराने के समय उन्होंने शहनाई बजाई।
- अंतर्राष्ट्रीय प्रसिद्धि: उस्ताद बिस्मिल्लाह खान ने 1966 के बाद विदेशों में भी प्रस्तुति दी, जब भारतीय सरकार ने उन्हें एडिनबर्ग अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव में प्रदर्शन करने के लिए आमंत्रित किया। इसके बाद उनकी प्रसिद्धि पश्चिमी देशों में भी बढ़ी।
- उपलब्धियाँ और पुरस्कार:
- भारत रत्न (2001): भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
- पद्मभूषण (1968)
- पद्मश्री (1961)
- संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार (1956)
Explore our Books: https://apnipathshala.com/product-category/books/
Explore Our test Series: https://tests.apnipathshala.com/