हाल ही में इजराइल ने कतर के मीडिया हाउस अलजजीरा के पर प्रतिबंध लगा दिया हैं। इजराइल पुलिस ने प्रतिबंध के बाद अलजजीरा के ऑफ़िस पर रेड भी किया। रेड में अलजजीरा के कैमरे और अन्य सामान को सीज किया गया है।
अल जज़ीरा के बारे में
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- इजराइल में अलजजीरा का ऑफिस यरुशलम के ऐंबैस्डर होटल में स्थित है।
- इजराइल के कम्युनिकेशन मंत्री श्लोमो करही ने इस घटना के बारे में एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें पुलिस को होटल के कमरे में घुसते हुए दिखाया गया है।
- इस घटना के बाद, इजराइली दूरसंचार मंत्री ने अलजजीरा के कैमरे, माइक्रोफोन, सर्वर, लैपटॉप, और वायरलेस ट्रांसमिशन को जब्त करने के आदेश जारी किए गए हैं।
- चैनल के पत्रकारों के फोनों को भी कब्जे में लेने के आदेश हैं।
अलजजीरा पर बैन लगाने के कारण –
- अलजजीरा पर जंग को भड़काने और इजराइल की दुनियाभर में छवि खराब करने का आरोप है।
- नेतन्याहू ने अलजजीरा को उकसावे की हरकतें करने वाला चैनल बताया।
- इजराइल ने अलजजीरा के खिलाफ कतर का माउथपीस होने का आरोप भी लगाया है।
अलजजीरा ने क्या कहा –
- अलजजीरा ने इसका जवाब देते हुए लिखा कि इसका हमास के साथ कोई संबंध नहीं है और इसे निराधार बताया।
- चैनल ने इस फैसले का असर जंग को रोकने के लिए कतर की कोशिशों पर पड़ सकता है और इससे इजराइल-कतर के संबंधों में तनाव बढ़ सकता है।
31 जुलाई, 2024 तक ही लागू रहेगा बैन –
- नेतन्याहू ने पिछले एक महीने से अलजजीरा पर बैन की तैयारी की थी, लेकिन इसे लागू करने के लिए इजराइली संसद की मंजूरी की आवश्यकता थी।
- उन्होंने संसद के वरिष्ठ मंत्रियों की सहायता से एक बिल पास कराया, जिससे अलजजीरा नेटवर्क को बंद करने का बैन लगा सका। इसके बाद, उन्होंने कैबिनेट की बैठक बुलाई।
- हालांकि, नेतन्याहू केवल 31 जुलाई, 2024 तक ही चैनल पर बैन लगा सकते हैं। इसे आगे बढ़ाने के लिए उन्हें फिर से संसद की मंजूरी की आवश्यकता होगी।
कतर-इजराइल के रिश्तों पर असर –
- इस घटना के बाद कतर-इजराइल के रिश्तों में कोई बड़ी बाधा नहीं आने की संभावना है।
- इजराइल ने अलजजीरा पर बैन लगाया है जब कतर हमास और इजराइली सरकार के बीच जंग को रुकवाने के लिए मध्यस्थता की भूमिका निभा रहा है।
- हाल ही में नेतन्याहू ने कतर पर आरोप लगाए थे कि वो सीजफायर के लिए हमास पर ठीक से दबाव नहीं डाल रहा है।
- जंग को 7 महीने हो चुके हैं और इस बीच केवल एक बार 6 दिनों के लिए जंग रुकी है। दोनों देशों के बीच कोई डील पर सहमति नहीं बन पाई है।
- कतर के प्रधानमंत्री जासिम अल-थानी ने दोहा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा है कि अब इस बारे में तनाव नहीं होना चाहिए।
- अलजजीरा पर बैन के बाद कतर की आपत्ति का भी जिक्र हो रहा है, लेकिन इससे दोनों देशों के रिश्तों में बड़ा बदलाव नहीं आने की संभावना है।
अलजजीरा ने POK को पाकिस्तान का हिस्सा बताया
2015 में एक कार्यक्रम के दौरान, अलजजीरा ने भारत के नक्शे को गलत दिखाया और कुछ नक्शों में पाक अधिकृत कश्मीर और अक्साई चिन को भारत का हिस्सा नहीं बताया गया था। इस पर सूचना एवं प्रासरण मंत्रालय ने अलजजीरा पर 5 दिन का बैन लगा दिया था। इसके अलावा, अलजजीरा की एक डॉक्यूमेंट्री ‘इंडिया: हू लिट द फ्यूज’ पर पिछले साल यानी 2023 में इलाहबाद हाईकोर्ट ने बैन लगा दिया था। कोर्ट ने इसे सांप्रदायिक सोहार्द को खतरा देने के आरोप में बैन किया था।