47th ASEAN Summit 2025

संदर्भ:
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 47वें आसियान शिखर सम्मेलन के लिए मलेशिया नहीं जाएंगे और बैठक में आभासी रूप से हिस्सा लेंगे। वहीं, विदेश मंत्री एस. जयशंकर सम्मेलन में व्यक्तिगत रूप से भाग लेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी की वर्चुअल उपस्थिति के कारण:
- कार्यक्रम का टकराव: आसियान समिट (26–28 अक्टूबर) भारत में दीपावली और छठ पूजा के उत्सवों के साथ मेल खाता है। मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने पुष्टि की कि पीएम मोदी ने त्योहारों के कारण वर्चुअल उपस्थिति की जानकारी दी।
- राजनीतिक विचार: कुछ स्रोतों के अनुसार यह निर्णय आगामी घरेलू राजनीतिक घटनाओं, जैसे बिहार चुनाव, से भी प्रभावित है।
- डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात से बचाव: विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि मोदी व्यक्तिगत रूप से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने से बच रहे हैं। यह व्यापार और भारत की रूस से तेल आयात को लेकर हालिया तनाव के बीच आया है।
47वां आसियान समिट 2025: महत्वपूर्ण विवरण–
- आयोजक देश: मलेशिया
- स्थान: कुआलालंपुर
- तिथियाँ: 26–28 अक्टूबर 2025
- थीम: “समावेशिता और स्थिरता”
- मुख्य प्रतिभागी: सभी 10 आसियान सदस्य देशों के नेता; संवाद साझेदार देशों में अमेरिका (राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्यक्तिगत रूप से उपस्थित), चीन, जापान, भारत (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल उपस्थिति), और अन्य शामिल।
ASEAN क्या है?
- पूरा नाम: Association of Southeast Asian Nations (ASEAN)
- स्थापना: 8 अगस्त 1967, बैंकॉक, थाईलैंड। इसे बैंकॉक घोषणा (ASEAN Declaration) के तहत इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर और थाईलैंड के संस्थापक नेताओं ने स्थापित किया।
- सदस्य देश: ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, वियतनाम
- लक्ष्य: आर्थिक और सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देना; इसका आदर्श वाक्य है – “One Vision, One Identity, One Community”
- सचिवालय: जकार्ता, इंडोनेशिया
- जनसंख्या और अर्थव्यवस्था: 662 मिलियन लोग; संयुक्त GDP लगभग $3.2 ट्रिलियन (2022)
ASEAN का संस्थागत ढांचा:
- ASEAN Summit: वार्षिक बैठक, जिसमें क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा और नीतिगत दिशा तय की जाती है।
- ASEAN Coordinating Council (ACC): ASEAN समझौतों और निर्णयों के क्रियान्वयन की निगरानी करता है।
- ASEAN Secretariat: ASEAN की गतिविधियों और पहलों का समर्थन और सुविधा प्रदान करता है।
- ASEAN Regional Forum (ARF): राजनीतिक और सुरक्षा मुद्दों पर संवाद और सहयोग के लिए मंच।
ASEAN के मूलभूत सिद्धांत:
- सभी देशों की स्वतंत्रता, संप्रभुता, समानता, भौगोलिक अखंडता और राष्ट्रीय पहचान का आपसी सम्मान।
- प्रत्येक राज्य का राष्ट्रीय अस्तित्व स्वतंत्र रूप से निभाने का अधिकार, बिना बाहरी हस्तक्षेप, उथल-पुथल या दबाव के।
- एक-दूसरे के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करना।
- मतभेदों या विवादों का शांतिपूर्ण समाधान।
- बल या धमकी का परित्याग।
- आपसी सहयोग और प्रभावी साझेदारी।
भारत–आसियान संबंध:
- स्थापना और विकास: भारत और आसियान का संवाद 1992 में शुरू हुआ, 2012 में इसे रणनीतिक साझेदारी का दर्जा मिला।
- नीति एवं दृष्टिकोण: यह संबंध भारत की “Act East Policy” और इंडो–पैसिफिक दृष्टि के केंद्र में है।
- आर्थिक सहयोग:
- ASEAN–India Free Trade Area (AIFTA) के तहत व्यापारिक सहयोग।
- द्विपक्षीय व्यापार 2022–23 में $131 बिलियन से अधिक पहुंचा।
- रणनीतिक सहयोग: कनेक्टिविटी, सुरक्षा और जलवायु लचीलापन (climate resilience) जैसे क्षेत्रों में साझेदारी।
- चुनौतियाँ: भारत ने आसियान के साथ व्यापार घाटे (trade deficit) पर चिंता जताई है।
