चर्चा में क्यों ?
भारत के प्रतिष्ठित उद्योगपति और टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष रतन टाटा (Ratan Naval Tata) का 9 अक्टूबर 2024 को 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनका निधन मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल (Breach Candy Hospital) में हुआ, जहां वे कई दिनों से आईसीयू में भर्ती थे। रतन टाटा, टाटा समूह को एक वैश्विक कंपनी (global company) में बदलने और भारत में व्यापार, परोपकार और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए जाना जाता था।
- रतन टाटा का निधन 86 साल की उम्र में हुआ।
- वे उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे और ICU में भर्ती थे।
- उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया ।
- वे पद्म विभूषण और पद्म भूषण से सम्मानित थे।
रतन टाटा कौन थे (Who was Ratan Naval Tata) ?
रतन टाटा भारत के सबसे सम्मानित उद्योगपतियों में से एक थे, जिन्हें टाटा समूह के परिवर्तनकारी नेतृत्व के लिए जाना जाता है। टाटा समूह (Tata Group) भारत का एक प्रमुख और विविधतापूर्ण उद्योग समूह है।
रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर, 1937 को मुंबई में हुआ था। वे टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी टाटा (Jamsetji Tata) के परपोते थे।
रतन टाटा, नौवल टाटा के पुत्र थे और टाटा परिवार से जुड़े हुए थे। उनके नेतृत्व के बाद सायरस मिस्त्री (2012-2016) और नटराजन चंद्रशेखरन (2017-वर्तमान) ने टाटा समूह का नेतृत्व किया। व्यापार और समाज सेवा में उनके योगदान के कारण उन्हें व्यापक रूप से सम्मानित किया गया।
शिक्षा (Education):
रतन टाटा ने अपनी शुरुआती पढ़ाई मुंबई (Mumbai) के कैंपियन स्कूल से 8वीं कक्षा तक की। इसके बाद उन्होंने मुंबई के कैथेड्रल और जॉन कॉनन स्कूल (Cathedral and John Connon School), शिमला के बिशप कॉटन स्कूल (Bishop Cotton School) और न्यूयॉर्क के रिवरडेल कंट्री स्कूल (Riverdale Country School) में पढ़ाई की, जहां से 1955 में उन्होंने हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी की। हाई स्कूल के बाद, टाटा ने कॉर्नेल विश्वविद्यालय (Cornell University) में दाखिला लिया और 1959 में वास्तुकला (आर्किटेक्चर) में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
कॉर्नेल में पढ़ाई के दौरान, वे अल्फा सिग्मा फी बिरादरी के सदस्य बने। 2008 में, उन्होंने कॉर्नेल विश्वविद्यालय को 50 मिलियन डॉलर का दान दिया, जिससे वे विश्वविद्यालय के इतिहास में सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय दानकर्ता बन गए।
रतन टाटा टाटा समूह में शामिल हुए (Ratan Naval Tata joins Tata Group):
रतन टाटा ने 1962 में टाटा समूह में शामिल होकर अपने करियर की शुरुआत की। प्रारंभ में, उन्होंने टाटा स्टील के शॉप फ्लोर पर काम किया। 1991 में, जब जे.आर.डी. टाटा ने टाटा संस के चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया, तब उन्होंने रतन टाटा को अपना उत्तराधिकारी (successor) चुना। इस पद पर पहुंचने के बाद, रतन टाटा को कई कंपनियों के प्रमुखों से कड़ी चुनौती मिली, जो वर्षों से अपने पदों पर थे।
महत्वपूर्ण निर्णय और नेतृत्व (Important decisions and leadership):
- रिटायरमेंट की उम्र तय करना (Fixing the retirement age): रतन टाटा ने कंपनियों के प्रमुखों के लिए रिटायरमेंट की उम्र निर्धारित की, जिससे उन्होंने धीरे-धीरे उन्हें पदों से हटाना शुरू किया।
- ग्रुप ऑफिस को रिपोर्टिंग अनिवार्य करना (Making reporting to the group office mandatory): उन्होंने सभी कंपनियों को ग्रुप ऑफिस को रिपोर्ट करना अनिवार्य किया, जिससे टाटा समूह की सभी कंपनियों को एकजुट और संगठित किया गया।
- वित्तीय वृद्धि (Financial growth): उनके 21 वर्षों के नेतृत्व में टाटा समूह की आय 40 गुना और मुनाफा 50 गुना बढ़ा। उन्होंने टाटा टी से टेटली, टाटा मोटर्स से जगुआर लैंड रोवर और टाटा स्टील से कोरस का अधिग्रहण करवाया, जिससे टाटा समूह भारत-केंद्रित संगठन से एक वैश्विक व्यापारिक समूह बन गया।
- टाटा नैनो कार का विकास (Development of Tata Nano car): रतन टाटा ने आम भारतीय उपभोक्ता के लिए किफायती टाटा नैनो कार का विचार पेश किया, जिसकी कीमत औसत भारतीय की पहुंच में थी।
चेयरमैन पद से इस्तीफा (Resignation from the post of Chairman): 28 दिसंबर 2012 को रतन टाटा ने 75 वर्ष की आयु में टाटा संस के चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया और साइरस मिस्त्री को उनका उत्तराधिकारी नियुक्त किया। हालांकि, 24 अक्टूबर 2016 को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स और कानूनी विभाग ने मिस्त्री के हटाए जाने के पक्ष में मतदान किया, जिसके बाद रतन टाटा को अंतरिम चेयरमैन बनाया गया।
उत्तराधिकारी की तलाश (Search for successor): रतन टाटा की उत्तराधिकारी तलाशने के लिए एक चयन समिति (selection committee) का गठन किया गया, जिसमें रतन टाटा, टीवीएस ग्रुप के प्रमुख वेणु श्रीनिवासन, बैन कैपिटल के अमित चंद्रा, पूर्व राजनयिक रोनेन सेन, और लॉर्ड कुमार भट्टाचार्य शामिल थे। इस समिति ने 12 जनवरी 2017 को नटराजन चंद्रशेखरन को टाटा संस का नया चेयरमैन नियुक्त किया।
- रतन टाटा ने अपनी व्यक्तिगत बचत से स्नैपडील (Snapdeal), टीबॉक्स (Teabox) और कैशकरो.कॉम (com) जैसी कंपनियों में निवेश किया। उन्होंने ओला कैब्स (Ola Cabs), शाओमी (Xiaomi), नेस्टअवे और डॉगस्पॉट ( NestAway and Dogspot) में भी निवेश किया।
रतन टाटा: परोपकारी कार्य (Ratan Naval Tata: Philanthropic Work):
- परोपकारी कार्यों में अग्रणी (Pioneer in Philanthropic Work): रतन टाटा अपने परोपकारी कार्यों के लिए मशहूर थे।
- टाटा ट्रस्ट्स के माध्यम से योगदान (Contribution through Tata Trusts): उन्होंने टाटा ट्रस्ट्स के जरिए अपने धन का बड़ा हिस्सा समाज के कल्याण के लिए इस्तेमाल किया।
- स्वास्थ्य, शिक्षा और ग्रामीण विकास पर ध्यान (Focus on health, education and rural development): उनके द्वारा किए गए कार्य मुख्य रूप से स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और ग्रामीण विकास के क्षेत्रों में केंद्रित थे।
- 65% से अधिक हिस्सेदारी दान (Donation of more than 65% stake): रतन टाटा ने अपनी 65% से अधिक हिस्सेदारी परोपकार के लिए दान की।
- आतंकवादी हमले (terrorist attack) के बाद की स्थिति: 26/11 के आतंकवादी हमलों के बाद उन्होंने दृढ़ संकल्प दिखाया।
- कोविड-19 महामारी में सहयोग (Contribution in the COVID-19 pandemic): रतन टाटा ने प्रधानमंत्री राहत कोष में 1,500 करोड़ रुपये का योगदान दिया।
- कोरोना वायरस से प्रभावित रोगियों के लिए टाटा समूह के सभी होटल खोले।
- लक्ष्य (Goal): उनका मुख्य उद्देश्य भारत में लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना और मानव विकास को बढ़ावा देना था।
रतन टाटा का व्यक्तिगत अनुभव: विवाह (Marriage) के अवसर और चुनौतियाँ
टाटा ने कभी विवाह नहीं किया और उनकी कोई संतान भी नहीं थी, रतन टाटा ने 2011 में साझा किया था, “मैं चार बार विवाह के प्रस्ताव पर विचार कर चुका था, लेकिन हर बार किसी न किसी कारणवश या डर के चलते मैं पीछे हट गया।”
इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि उन्होंने अपने व्यक्तिगत जीवन में विवाह के महत्व को समझा, लेकिन किसी कारणवश इसे साकार नहीं कर सके।
सम्मान (Honours):
रतन टाटा को विभिन्न क्षेत्रों में उनके योगदान के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। इनमें शामिल हैं:
- पद्म भूषण (2000) – भारत सरकार द्वारा उद्योग एवं व्यापार क्षेत्र में यह सम्मान दिया गया।
- पद्मविभूषण (2008) – यह भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो उन्हें उनके व्यापारिक योगदान के लिए दिया गया।
- Grand Cordon of the Order of the Rising Sun – 2014 में, उन्हें जर्मनी के राष्ट्रपति द्वारा इस आदेश से सम्मानित किया गया।
- सर्वश्रेष्ठ सीईओ – 2012 में, रतन टाटा को “सर्वश्रेष्ठ सीईओ” का खिताब दिया गया।
- FICCI लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड – यह पुरस्कार उन्हें 2012 में दिया गया।
रतन टाटा ने कैसे लैंड रोवर और जगुआर खरीदी (How Ratan Naval Tata Bought Land Rover and Jaguar):
पृष्ठभूमि (Background):
- फोर्ड की खरीद (Ford’s Purchase): 1989 में, फोर्ड ने ब्रिटिश लेलैंड से जगुआर को 5 बिलियन डॉलर में खरीदा।
- प्रतिस्पर्धा (Competition): उस समय, जगुआर बेंटले और रोल्स रॉयस जैसी अल्ट्रा-प्रीमियम ब्रांडों के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहा था।
- फोर्ड का विस्तार (Ford’s Expansion): फोर्ड ने 1990 के दशक में एस्टन मार्टिन, वोल्वो, और लैंड रोवर भी खरीदे, जिससे एक लग्जरी ब्रांड समूह बना, जिसे PAG ऑटोमोटिव कहा गया।
फोर्ड की कठिनाइयां (Ford’s Difficulties):
- हानि का सामना (Facing Losses): 2006 तक, फोर्ड को अपने सबसे खराब वर्ष का सामना करना पड़ा, जिसमें 7 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ।
- प्लांट बंद करने की योजना (Plant Closure Plans): फोर्ड ने नौ संयंत्र बंद करने की योजना बनाई।
- जगुआर लैंड रोवर की बिक्री (Sale of Jaguar Land Rover): जून 2007 में, फोर्ड ने JLR को बिक्री के लिए प्रस्तुत किया।
रतन टाटा की अधिग्रहण प्रक्रिया (Ratan Naval Tata’s Acquisition Process):
- सहमति से सौदा (Consensual deal): 2008 में, रतन टाटा ने 3 बिलियन डॉलर में JLR का अधिग्रहण किया, जो कि फोर्ड के प्रारंभिक निवेश 5.2 बिलियन डॉलर से एक महत्वपूर्ण छूट थी।
- गहन मूल्यांकन (Intensive evaluation): खरीदारी से पहले, टाटा ने वैश्विक डीलरों और प्रबंधन के साथ एक गहन मूल्यांकन किया।
- जेएलआर (JLR) के अधिग्रहण के बाद, टाटा को दुनिया भर में पहचान मिली और उसने अपनी वैश्विक उपस्थिति का काफी विस्तार किया, जिसमें 79% राजस्व (revenues( भारत के बाहर से आया
रतन टाटा की प्रेरणा (Ratan Naval Tata’s Motivation):
कई लोगों का मानना है कि रतन टाटा ने जगुआर लैंड रोवर को फोर्ड के खिलाफ प्रतिशोध के रूप में खरीदा, जिसने 1998 में टाटा मोटर्स को अपमानित करते हुए कहा था कि टाटा कारें नहीं बना सकते। हालांकि, वास्तविकता इस से भिन्न है, और रतन टाटा ने यह सौदा कंपनी की समृद्धि के लिए किया।
टाटा समूह (Tata Group):
टाटा समूह भारत का सबसे बड़ा और सबसे विविध औद्योगिक समूह है। इसकी स्थापना 1868 में जमशेदजी टाटा (Jamsetji Tata) द्वारा की गई थी। समूह के पास विभिन्न उद्योगों में व्यावसायिक कंपनियाँ हैं, जैसे कि धातु (Metals), ऊर्जा (Energy), वस्त्र (Textiles), वाहन (Vehicles), सूचना प्रौद्योगिकी (Information Technology), और आतिथ्य (Hospitality)।
- स्थापना: 1868 में जमशेदजी टाटा ने टाटा समूह की स्थापना की।
टाटा समूह की कंपनियों के पोर्टफोलियो में शामिल हैं:
- टाटा स्टील (Tata Steel): विश्व की सबसे बड़ी इस्पात विनिर्माता कंपनियों में से एक, जिसकी वार्षिक कच्चे इस्पात उत्पादन क्षमता 35 मिलियन टन है।
- टाटा मोटर्स (Tata Motors): टाटा मोटर्स कार (Cars), यूटिलिटी वाहन (Utility Vehicles), पिकअप (Pickups), ट्रक (Trucks) और बसें (Buses) बनाती है।
- टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS): आईटी सेवाएँ (IT Services), परामर्श (Consulting) और व्यावसायिक समाधान (Business Solutions) प्रदान करती है। 2024 तक, TCS बाज़ार पूंजीकरण (Market Capitalization) के हिसाब से भारत की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है।
- टाटा केमिकल्स (Tata Chemicals): रसायन (Chemicals), फसल सुरक्षा (Crop Protection) और विशिष्ट रसायन उत्पादों (Specialty Chemicals) में कार्य करती है।
- टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (Tata Consumer Products): दुनिया की सबसे बड़ी चाय निर्माता (Tea Producer) और वितरक कंपनियों में से एक, तथा कॉफी उद्योग (Coffee Industry) में एक प्रमुख खिलाड़ी।
- टाटा पावर (Tata Power): 2024 तक भारत की सबसे बड़ी बिजली कंपनी (Electricity Company)।
- टाइटन (Titan): जीवनशैली उद्योग (Lifestyle Industry) में एक प्रमुख खिलाड़ी, टाइटन अन्य उत्पादों (Products) के अलावा आभूषण (Jewelry), घड़ियां (Watches) और चश्मे (Eyewear) भी उपलब्ध कराता है।
- टाटा कैपिटल (Tata Capital): संपत्ति प्रबंधन (Asset Management), वाणिज्यिक वित्त (Commercial Finance) और बुनियादी ढांचा वित्त (Infrastructure Finance) सहित व्यापक वित्तीय सेवाएं (Financial Services) प्रदान करता है।
- इंडियन होटल्स कंपनी (Indian Hotels Company): 2024 तक, भारत की सबसे बड़ी आतिथ्य कंपनी (Hospitality Company), जो 12 देशों (Countries) और चार महाद्वीपों (Continents) में सैकड़ों होटलों (Hotels) का संचालन करती है।
- इंडियन एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (Indian Advanced Systems Limited): टाटा की एयरोस्पेस (Aerospace) और रक्षा (Defense) सहायक कंपनी, जो हथियार (Weapons) और उन्नत रक्षा प्रौद्योगिकी (Advanced Defense Technology) का उत्पादन करती है।
- टाटा कम्युनिकेशंस (Tata Communications): एक प्रमुख भारतीय दूरसंचार प्रदाता (Telecommunications Provider)
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