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संदर्भ:
गाजा पर कब्ज़ा: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक योजना प्रस्तावित की है, जिसके तहत संयुक्त राज्य अमेरिका गाजा पट्टी का नियंत्रण अपने हाथ में लेगा और वहां के फिलिस्तीनी निवासियों को अस्थायी रूप से पड़ोसी देशों में स्थानांतरित करेगा।
गाज़ा पट्टी: एक संक्षिप्त परिचय–
- भौगोलिक स्थिति (Geographical Location): पूर्वी भूमध्यसागर (Eastern Mediterranean Sea) के किनारे स्थित एक तटीय क्षेत्र।
- सीमाएँ:
- उत्तर और पूर्व में इज़राइल।
- दक्षिण-पश्चिम में मिस्र (रफ़ा क्रॉसिंग पर)।
- जॉर्डन से कोई सीमा साझा नहीं करता।
- सीमाएँ:
- राजनीतिक स्थिति (Political Status):
- दो प्रमुख फिलिस्तीनी क्षेत्रों में से एक (दूसरा वेस्ट बैंक)।
- 2007 से हमास के नियंत्रण में, जब उसने फिलिस्तीनी अथॉरिटी (PA) के साथ संघर्ष के बाद सत्ता हासिल की।
- इज़राइल और मिस्र ने तब से इस क्षेत्र पर नाकाबंदी (Blockade) लागू कर रखी है।
- ऐतिहासिक संदर्भ (Historical Context):
- 1948-1967: अरब-इज़राइल युद्ध के बाद मिस्र के नियंत्रण में रहा।
- 1967: छह-दिवसीय युद्ध (Six-Day War) में इज़राइल ने कब्जा कर लिया।
- 1993-1995: ओस्लो समझौतों (Oslo Accords) के तहत फिलिस्तीनी अथॉरिटी को आंशिक नियंत्रण दिया गया।
- 2005: इज़राइल ने अपने यहूदी बस्तियों को हटा लिया, लेकिन अब भी हवाई क्षेत्र और समुद्री पहुंच को नियंत्रित करता है।
गाजा पर कब्ज़ा/कब्जे के संभावित प्रभाव:
- क्षेत्रीय तनाव में वृद्धि:
- यह कदम इज़राइल–फिलिस्तीन संघर्ष को और बढ़ा सकता है।
- अरब देशों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नकारात्मक प्रतिक्रिया आने की संभावना।
- अमेरिका–इज़राइल संबंधों को मजबूती:
- यह प्रस्ताव इज़राइल की सुरक्षा चिंताओं के अनुकूल है।
- इससे इज़राइल गाज़ा की अस्थिरता से खुद को अलग रख सकेगा।
- आर्थिक स्थिरता की अनिश्चितता:
- योजना गाज़ा को आर्थिक रूप से स्थिर करने का दावा करती है, लेकिन
- क्षेत्र की राजनीतिक जटिलताओं के कारण यह शांति ला सकती है या और अशांति फैला सकती है।
- फिलिस्तीनी संप्रभुता का उल्लंघन:
- गाज़ा को फिलिस्तीनी क्षेत्र के रूप में मान्यता प्राप्त है।
- अमेरिकी नियंत्रण से फिलिस्तीनी आत्म–शासन पर खतरा बढ़ सकता है, जिससे सीमावर्ती विवाद भड़क सकते हैं।
- जातीय विस्थापन की आशंका:
- फिलिस्तीनियों को गाज़ा से बाहर करने की योजना को “जातीय सफाया” माना जा सकता है।
- इससे आत्मनिर्णय के अधिकार का उल्लंघन होगा और विरोध आंदोलन भड़क सकते हैं।
- रणनीतिक महत्व:
- घनी आबादी और शहरीकरण: लगभग 2 मिलियन लोग मात्र 365 वर्ग किलोमीटर में बसे हुए हैं।
- इज़राइल–फिलिस्तीन संघर्ष का केंद्र: यह क्षेत्र लगातार संघर्ष और झड़पों का गढ़ बना हुआ है।
- आर्थिक नाकाबंदी का प्रभाव: व्यापार, रोजगार और मानवीय परिस्थितियों पर गंभीर असर पड़ता है।