OPEC और OPEC+
संदर्भ:
OPEC+ द्वारा उत्पादन वृद्धि में तेजी लाने की योजना के चलते तेल की कीमतों में भारी गिरावट आई है, जिससे वे कई वर्षों के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई हैं।
OPEC और OPEC+ के बारे में:
- OPEC (पेट्रोलियम निर्यातक देशों का संगठन):
- स्थापना: 1960 में बगदाद सम्मेलन के दौरान सऊदी अरब, ईरान, वेनेजुएला, कुवैत और इराक द्वारा।
- उद्देश्य: तेल की मांग और आपूर्ति की नीतियों में समन्वय करना ताकि दाम स्थिर और न्यायसंगत बने रहें, और उत्पादक देशों को स्थायी आय मिल सके।
- मुख्यालय: विएना, ऑस्ट्रिया (हालाँकि ऑस्ट्रिया OPEC सदस्य नहीं है)।
- वर्तमान सदस्य: 12 देश – अल्जीरिया, कांगो, इक्वेटोरियल गिनी, गैबॉन, ईरान, इराक, कुवैत, लीबिया, नाइजीरिया, सऊदी अरब, यूएई और वेनेजुएला।
- OPEC+ :
- गठन: 2016 में ‘अल्जीयर्स समझौता’ और ‘विएना समझौता’ के बाद।
- सदस्य: कुल 22 देश – 12 OPEC देश + 10 अन्य प्रमुख तेल उत्पादक देश (रूस, कज़ाख़स्तान, अज़रबैजान, ब्रुनेई, बहरीन, मैक्सिको, ओमान, दक्षिण सूडान, सूडान और मलेशिया)।
- उद्देश्य: अमेरिकी शेल ऑयल उत्पादन की वजह से गिरे तेल मूल्यों को स्थिर करना।