Operation Midnight Hammer
Operation Midnight Hammer –
संदर्भ:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दी गई दो सप्ताह की चेतावनी के बाद अमेरिका ने ईरान के खिलाफ एक बड़ा सैन्य अभियान शुरू किया, जिसे “ऑपरेशन मिडनाइट हैमर” (Operation Midnight Hammer) नाम दिया गया। इस ऑपरेशन के तहत अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों—फोर्डो, नतांज और इस्फहान—पर एक साथ हमला किया।
- अमेरिका सेना ने इस हमले में B 2 बमवर्षक, बंकर बस्टर बम का उपयोग किया ।
अमेरिका B-2 बमवर्षक?
अमेरिका का B-2 स्पिरिट एक स्टील्थ बमवर्षक जेट है, जिसे गहराई में स्थित लक्ष्यों को नष्ट करने के लिए तैयार किया गया है। यह पारंपरिक और परमाणु दोनों तरह के हथियार ले जाने में सक्षम है।
मुख्य क्षमताएं:
बंकर बस्टर बम ले जाने में सक्षम:
- B-2 एक साथ दो GBU-57 Massive Ordnance Penetrator (MOP) बम ले सकता है।
- प्रत्येक बम का वजन 30,000 पाउंड (5 टन) होता है।
- यह बम ईरान की फोर्डो जैसी गहराई में स्थित परमाणु सुविधाओं को भेदने के लिए बनाए गए हैं।
GBU-57 की शक्ति:
- यह बम 60 फीट की ठोस कंक्रीट या 200 फीट गहरी मिट्टी में घुसकर लक्ष्य को नष्ट कर सकता है।
- एक मिशन में B-2 दो GBU-57 के ज़रिए दो लक्ष्यों को एक साथ भेद सकता है।
स्टील्थ टेक्नोलॉजी:
- B-2 को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि रेडार और थर्मल सेंसर्स से बच सके।
- फ्लाइंग विंग डिजाइन, रेडार-अवशोषक मटेरियल, और कम इन्फ्रारेड सिग्नेचर इसे लगभग अदृश्य बनाते हैं।
- इसका रेडार क्रॉस सेक्शन महज 001 वर्ग मीटर है – जो एक छोटे पक्षी के बराबर है।
ऑपरेशनल रेंज और क्षमता:
- B-2 बमवर्षक 40,000 पाउंड तक हथियार ले जा सकता है।
- यह बिना रीफ्यूलिंग के 6,000 मील (लगभग 9,650 किमी) की उड़ान भर सकता है।
- इसे दो पायलट संचालित करते हैं।
- पहली बार 1997 में इसे सेना में शामिल किया गया था।
GBU-57 MOP क्या है?
- यह एक अत्यंत शक्तिशाली गाइडेड बंकर बस्टर बम है।
- इसे अमेरिकी रक्षा विभाग और बोइंग कंपनी ने मिलकर विकसित किया है।
- इसका उपयोग जमीन के नीचे स्थित अत्यधिक सुरक्षित ठिकानों को नष्ट करने के लिए किया जाता है, जैसे – परमाणु संयंत्र या कमांड सेंटर।
GBU-57 MOP की तकनीकी विशेषताएं:
- वजन: 13,600 किलोग्राम (30,000 पाउंड)
- लंबाई: 5 फीट (6.25 मीटर)
- विस्फोटक सामग्री: 5,300 पाउंड (2,400 किग्रा)
- मार्गदर्शन प्रणाली: GPS आधारित उच्च सटीकता प्रणाली
- पैठ क्षमता: 60 फीट मोटी कंक्रीट या 200 फीट गहराई तक मिट्टी भेदने की क्षमता
- वाहक विमान: केवल B-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर इसे ले जा सकता है (एक बार में दो बम)
अमेरिका ने ईरान पर हमला क्यों किया ?
अमेरिका ने ईरान पर हमला इसलिए किया क्योंकि ईरान पर गुप्त रूप से परमाणु हथियार विकसित करने का आरोप था। चेतावनी देने के बाद भी ईरान ने अपना कार्यक्रम नहीं रोका। इससे अमेरिका को अपनी सुरक्षा और वैश्विक स्थिरता के लिए खतरा महसूस हुआ, जिसके चलते “ऑपरेशन मिडनाइट हैमर” के तहत हमला किया गया।
परिणाम (Consequences)
- हमले के बाद दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए हैं।
- हॉर्मुज़ जलडमरूमध्य को ईरान बंद कर सकता है – जिससे वैश्विक तेल आपूर्ति बाधित होगी और तेल की कीमतों में भारी उछाल आ सकता है।
- मध्य पूर्व में युद्ध का खतरा बढ़ गया है।
- संयुक्त राष्ट्र में आपातकालीन चर्चा की मांग – वैश्विक शांति बनाए रखने के लिए यूएन की भूमिका जरूरी हो गई है।
- शरणार्थी संकट गहरा सकता है – युद्ध की स्थिति में लाखों लोग अपने देश से पलायन करने को मजबूर हो सकते हैं।