Comprehensive Update on Terrorist Financing Risks Report by FATF
Comprehensive Update on Terrorist Financing Risks Report by FATF –
संदर्भ:
वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) की 2025 की रिपोर्ट “Comprehensive Update on Terrorist Financing Risks” में वैश्विक आतंकी वित्तपोषण खतरों का विश्लेषण किया गया है। इस रिपोर्ट में राज्य प्रायोजित आतंकवाद को एक गंभीर वित्तीय जोखिम के रूप में स्पष्ट रूप से स्वीकार किया गया है — जो कि लंबे समय से भारत की प्रमुख चिंता रही है। यह रिपोर्ट अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकी नेटवर्कों को आर्थिक सहायता देने वाले स्रोतों की पहचान और उनके विरुद्ध सख्त कदम उठाने की आवश्यकता को रेखांकित करती है।
आतंकवाद के वित्तपोषण (TF): प्रमुख जोखिम, प्रवृत्तियाँ और सिफारिशें
TF जोखिम को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक
- कम वित्तीय आवश्यकताएँ: अकेले हमलावर (lone actors) और छोटे सेल्स द्वारा सीमित फंडिंग से भी गंभीर हमले संभव।
- ढीली सीमाएँ: अफ्रीका और दक्षिण एशिया में अप्रभावी सीमा नियंत्रण।
- राज्य प्रायोजित आतंकवाद: कुछ देश आतंकवाद को संगठित रूप से वित्तपोषित करते हैं।
- Free Trade Zones: कमज़ोर विनियमन वाले क्षेत्र TF गतिविधियों के लिए सुरक्षित ठिकाने बनते हैं।
आतंकवाद के वित्तपोषण की प्रवृत्तियाँ (Trends)
- परंपरागत तरीके (Conventional Methods)
- नकद लेन-देन (cash-based), हवाला, और अनौपचारिक नेटवर्क (जैसे Al-Shabaab, Hamas द्वारा प्रयुक्त)
- नवोन्मेषी तरीके (Emerging Methods)
- डिजिटल प्लेटफॉर्म: सोशल मीडिया, क्राउडफंडिंग, ऑनलाइन मार्केटप्लेस
- वर्चुअल एसेट्स: बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी, ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म
- अपराध आधारित फंडिंग: जबरन वसूली, फिरौती, नशा तस्करी, अवैध प्राकृतिक संसाधनों (सोना, लकड़ी) का व्यापार (जैसे Boko Haram)
- कानूनी/गैर-लाभकारी संस्थाओं का दुरुपयोग: Front companies और NPOs से फंड डायवर्जन
आतंकवाद विरोधी वित्तपोषण (CTF) के लिए प्रमुख सिफारिशें
- जोखिम संकेतक पहचानें:
- बार-बार उच्च जोखिम वाले देशों में ट्रांसफर,
- वर्चुअल एसेट्स (VAs) और प्रीपेड कार्ड्स का इस्तेमाल
- बहुपक्षीय सहयोग: UNSC प्रतिबंधों के तहत आतंकवादी संगठनों को संयुक्त रूप से सूचीबद्ध करना
- FATF मानकों से बाहर के क्षेत्रों तक पहुंच: सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप्स जैसे कम रेगुलेटेड प्लेटफॉर्म्स पर विशेष PPPs (Public-Private Partnerships) विकसित करना
FATF रिपोर्ट का वैश्विक प्रभाव (Global Impact of the FATF Report)
- वैश्विक मानक निर्धारण: यह रिपोर्ट व्यक्तिगत देशों की जोखिम आकलन रिपोर्टों (जैसे अमेरिका की NRA) की तुलना में कहीं अधिक प्रभावशाली मानी जाती है।
- राज्य प्रायोजित आतंकवाद की मान्यता: FATF ने पहली बार राज्य-प्रायोजित आतंकवाद को एक गंभीर वित्तीय खतरे के रूप में स्वीकार किया,
जिससे अब सभी देशों को अपने वित्तीय अनुपालन (compliance) और आतंक विरोधी नीतियों (CTF policies) में इस खतरे को शामिल करना अनिवार्य होगा। - अमेरिकी 2024 NRA को वैश्विक वैधता:
- S. की रिपोर्ट पहले ही पाकिस्तान आधारित आतंकी समूहों को खतरा मान चुकी थी।
- FATF की मान्यता से अब यह निष्कर्ष वैश्विक स्तर पर अधिक अधिकारिक और प्रभावी हो गया है।
- भविष्य की नीतियों की दिशा तय: यह रिपोर्ट भविष्य में होने वाले National Risk Assessments (NRAs) के लिए एक नया मानदंड स्थापित करती है,
जिसमें अब राज्य की भूमिका को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकेगा।
Financial Action Task Force (FATF): प्रमुख तथ्य
स्थापना (Establishment)
- वर्ष 1989 में G7 शिखर सम्मेलन (पेरिस) के दौरान गठित
- प्रारंभिक उद्देश्य: मनी लॉन्ड्रिंग पर रोक
- बाद में दायरा बढ़ा कर आतंकी वित्तपोषण और हथियार प्रसार को भी शामिल किया गया
सदस्यता (Membership)
- कुल 38 सदस्य देश, जिनमें से भारत 2010 में शामिल हुआ
- रूस की सदस्यता वर्तमान में निलंबित है