Earth Intelligence
संदर्भ:
गार्टनर (Gartner) के अनुसार, पृथ्वी खुफिया (Earth Intelligence) से तकनीकी उत्पादों और सेवाओं के प्रदाताओं को होने वाली कुल प्रत्यक्ष आय वर्ष 2025 से 2030 के बीच 20 अरब डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि उपग्रह डेटा, भू-स्थानिक विश्लेषण और रियल-टाइम निगरानी जैसी क्षमताओं की मांग तेजी से बढ़ रही है, जो कृषि, रक्षा, आपदा प्रबंधन और शहरी नियोजन जैसे क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव ला रही हैं।
पृथ्वी खुफिया (Earth Intelligence):
परिचय
Earth Intelligence वह तकनीक है जिसमें AI और उन्नत विश्लेषणात्मक तकनीकों का उपयोग करके पृथ्वी अवलोकन डेटा (जैसे सैटेलाइट इमेज, ड्रोन फुटेज, IoT सेंसर डेटा) से व्यवहारिक और उपयोगी जानकारी प्राप्त की जाती है।
इसका उपयोग सरकारों और उद्योगों द्वारा स्मार्ट निर्णय लेने के लिए किया जाता है।
उदाहरण: Earth Intelligence की सहायता से निम्न कार्य संभव हैं:
- तूफान के बाद रेलवे ट्रैक पर गिरे पेड़ों की पहचान
- धातु रिफाइनरियों के तापमान की निगरानी — वैश्विक उत्पादन का आकलन
- वाहनों की गिनती द्वारा ट्रैफिक और उपभोक्ता रुझानों का विश्लेषण
भारत में उपयोग: भारत में यह तकनीक पहले से कई क्षेत्रों में प्रयोग हो रही है:
- खनिज खोज (AI आधारित मिनरल टार्गेटिंग)
- आपदा प्रबंधन
- कृषि उत्पादकता — ड्रोन आधारित भूमि सर्वेक्षण आदि के माध्यम से
निष्कर्ष: Earth Intelligence एक उभरती हुई तकनीकी क्रांति है जो डेटा-संचालित नीति निर्माण और संचालन में नई क्षमताएं जोड़ रही है।