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काजीरंगा में पहली घासस्थल पक्षी गणना में 43 प्रजातियाँ दर्ज की गईं (Kaziranga Records 43 Species in First Grassland Bird Census) | UPSC Preparation

Kaziranga Records 43 Species in First Grassland Bird Census

Kaziranga Records 43 Species in First Grassland Bird Census

Kaziranga Records 43 Species in First Grassland Bird Census – 

संदर्भ:

असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व (KNPTR) में पहली बार कराई गई ग्रासलैंड पक्षी गणना में कुल 43 प्रजातियों की पहचान की गई है। यह सर्वेक्षण दर्शाता है कि काजीरंगा भारत में घासभूमि पक्षियों की विविधता का एक प्रमुख केंद्र है।

काजीरंगा घासभूमि पक्षी जनगणना 2025: प्रमुख निष्कर्ष

वन्य आवास विश्लेषण (Habitat Analysis):

  • पक्षियों की उपस्थिति विभिन्न प्रकार की घासभूमियों में देखी गई।
  • ऊँची और आर्द्र घासभूमियाँ (Tall, wet grasslands) सबसे अधिक पक्षी प्रजातियों को आश्रय देती हैं – जिनमें कई संकटग्रस्त (threatened) प्रजातियाँ भी शामिल हैं।
  • अन्य महत्त्वपूर्ण आवास:
    • सामान्य ऊँची घासभूमियाँ
    • खुला क्षेत्र/छोटी घास वाली भूमि
    • झाड़ीदार घासभूमियाँ (scrub grasslands)

पारिस्थितिक स्थिति: प्रजातियों की विविधता और प्रचुरता यह दर्शाती है कि काजीरंगा की घासभूमि पारिस्थितिकी अत्यंत स्वस्थ है।

विशेष खोज: Finn’s Weaver कॉलोनी

  • Finn’s Weaver (Ploceus megarhynchus) की एक प्रजनन कॉलोनी दर्ज की गई, जिसे असमिया में तुकुरा सोराई कहा जाता है।
  • यह बेहतर घोंसला बनाने वाला (master nest-builder) पक्षी है और घासभूमि की पारिस्थितिकीय गुणवत्ता का सूचक माना जाता है।
  • कई पक्षी प्रेमियों के लिए यह एक “LIFER” (पहली बार देखी गई प्रजाति) भी थी।

केंद्रीय प्रजातियाँ (Focal Species): इस जनगणना में निम्नलिखित 10 प्रमुख प्रजातियों पर विशेष ध्यान दिया गया, जो ब्रह्मपुत्र बाढ़भूमि से जुड़े और संकटग्रस्त माने जाते हैं:

गंभीर रूप से संकटग्रस्त (Critically Endangered): बंगाल फ्लोरिकन (Bengal Florican)

संकटग्रस्त (Endangered):

  • Swamp Grass Babbler, Finn’s Weaver

अतिसंवेदनशील (Vulnerable): Swamp Francolin, Jerdon’s Babbler, Slender-billed Babbler, Black-breasted Parrotbill, Marsh Babbler, Bristled Grassbird

निकट संकटग्रस्त (Near Threatened): Indian Grassbird

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व:

स्थान और पारिस्थितिकी तंत्र:

  • असम में ब्रह्मपुत्र नदी और करबी (मिकिर) पहाड़ियों के बीच स्थित।
  • विविध पारिस्थितिक तंत्र – ऊँची घासभूमियाँ, वनभूमियाँ और आर्द्रभूमियाँ

प्रमुख मान्यता और स्थिति:

  • राष्ट्रीय उद्यान घोषित: 1974
  • टाइगर रिजर्व घोषित: 2007
  • UNESCO विश्व धरोहर स्थल: 1985
  • Important Bird Area (IBA): BirdLife International द्वारा

महत्त्वपूर्ण जीव (Major Fauna):

प्रसिद्ध “Big Four”:

  • भारतीय एकसींग वाला गैंडा – वैश्विक आबादी का दो-तिहाई हिस्सा यहीं पाया जाता है (2022 में कुल 2,613 गिनती)।
  • रॉयल बंगाल टाइगर
  • हाथी
  • एशियाई जल भैंसा

अन्य महत्त्वपूर्ण प्रजातियाँ:

  • स्वैम्प डियर, हॉग डियर, गौर, तेंदुआ, फिशिंग कैट, लैसर बिल्लियाँ
  • वेस्टर्न हूलॉक गिबनभारत की एकमात्र वानर प्रजाति, संकटग्रस्त

पक्षियों की विविधता: लगभग 478 प्रजातियाँ – स्थायी और प्रवासी दोनों गंभीर रूप से संकटग्रस्त बंगाल फ्लोरिकन का निवास स्थान

प्रवासी पक्षियों के लिए महत्त्व: काजीरंगा ऑस्ट्रेलियाइंडोएशिया प्रवासी मार्ग के संगम पर स्थित है, जिससे यह एक महत्त्वपूर्ण प्रवासी पक्षी क्षेत्र बनता है।

प्रमुख वनस्पति (Major Flora):

  • घनी और ऊँची हाथी घास (Elephant Grass) से आच्छादित क्षेत्र
  • अन्य पौधे:
    • स्वैम्पलैंड्स
    • कमल, जलकुंभी, वॉटर लिली
    • रट्टन केनएक चढ़ने वाला पाम पौधा

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