Open-Book Exams
संदर्भ:
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) 2026-27 सत्र से कक्षा 9 में ओपन-बुक असेसमेंट (OBE) लागू करेगा। यह निर्णय एक पायलट अध्ययन के बाद लिया गया, जिसमें इस विचार के लिए शिक्षकों का मजबूत समर्थन सामने आया।
(Open-Book Exams) ओपन–बुक एग्ज़ाम:
- परिभाषा: ऐसे परीक्षा में छात्र अनुमोदित संसाधनों जैसे पाठ्यपुस्तकें, कक्षा के नोट्स, या अन्य निर्दिष्ट सामग्री का उपयोग कर सकते हैं, मुख्य रूप से याददाश्त पर आधारित नहीं होती।
- मुख्य चुनौती: उपयुक्त जानकारी खोजना, उसे समझना और समस्याओं को हल करने के लिए लागू करना।
- उद्देश्य: यह परीक्षा छात्रों की तर्क–विचार क्षमता, विचारों को जोड़ने और व्याख्या करने की क्षमता का मूल्यांकन करती है, न कि केवल तथ्यों को याद करने की।
ओपन–बुक एग्ज़ाम (Open-Book Exams – OBEs)
लाभ:
- सृजनात्मक सोच और विश्लेषण: रटने की बजाय क्रिटिकल थिंकिंग, विश्लेषण और एप्लिकेशन पर ध्यान केंद्रित करता है।
- परीक्षा तनाव कम करना: संदर्भ सामग्री तक पहुँच से चिंता कम होती है और छात्रों की गहरी समझ को प्रोत्साहन मिलता है।
- व्यावसायिक परिदृश्य का अनुकरण: यह वास्तविक जीवन के परिदृश्यों की तरह संसाधनों का उपयोग कर समस्या समाधान करने की क्षमता विकसित करता है, जिससे दीर्घकालिक सीखने की योग्यता बढ़ती है।
चुनौतियाँ:
- कई छात्र सोचते हैं कि OBEs आसान हैं, लेकिन सफलता के लिए तैयारी और विश्लेषणात्मक क्षमता आवश्यक है।
- प्रश्न निर्माण जो एप्लिकेशन को परखें, रटने पर आधारित नहीं हो, समय-गहन और शिक्षण पद्धति में बदलाव मांगता है।
- ग्रामीण और संसाधनहीन क्षेत्रों के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण संदर्भ सामग्री की कमी से असमानता का सामना करना पड़ सकता है।
- OBEs आयोजित करने के लिए व्यापक हॉल और लॉजिस्टिक योजना की जरूरत होती है।
वैश्विक परिदृश्य:
- ओपन-बुक एग्ज़ाम दशकों से प्रचलित हैं; हॉन्ग कॉन्गने 1953 में शुरू किया।
- यूएस और यूके (1951–1978)के अध्ययन से पता चला कि OBEs ने छात्रों को केवल रटना नहीं, बल्कि ज्ञान को आत्मसात करने और विभिन्न क्षमताओं को विकसित करने में मदद की।
- COVID-19 महामारी के दौरान, ऑनलाइन परीक्षाओं में OBEs का व्यापक उपयोग हुआ, हालांकि प्रारंभ में छात्रअपरिचित प्रारूप से संघर्ष कर रहे थे।
भारत में स्थिति:
- 2014:CBSE ने Open Text-Based Assessment (OTBA) शुरू किया, रटने की बजाय क्रिटिकल थिंकिंग बढ़ाने के लिए।
- लागू वर्ग और विषय:कक्षा 9 में हिंदी, अंग्रेज़ी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान; कक्षा 11 में अर्थशास्त्र, जीवविज्ञान और भूगोल।
- छात्रों कोसंदर्भ सामग्री चार महीने पहले दी जाती थी।
- 2017–18:योजना बंद कर दी गई क्योंकि यह इच्छित क्रिटिकल थिंकिंग स्किल्स को प्रभावी रूप से विकसित नहीं कर पाई।
- कॉलेज स्तर पर OBEs:
- 2019 में AICTE ने इंजीनियरिंग कॉलेजों में OBEs की स्वीकृति दी।
- महामारी के दौरान, दिल्ली विश्वविद्यालय, जामिया मिल्लिया इस्लामिया, जेनारल नेहरू विश्वविद्यालय और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने OBEs का उपयोग किया; IIT दिल्ली, IIT इंदौर और IIT बॉम्बे ने ऑनलाइन OBEs आयोजित किए।