Paracetamol Linked To Autism
संदर्भ:
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गर्भवती महिलाओं द्वारा एसिटामिनोफेन (टाइलेनॉल/पेरासिटामोल) के उपयोग को सीमित करने की सलाह दी है। उनका दावा है कि इसका सेवन बच्चों में ऑटिज़्म का खतरा बढ़ा सकता है। यह बयान स्वास्थ्य सचिव रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर के नेतृत्व में किए गए कई महीनों के अध्ययन के बाद आया।
WHO ने क्या कहा–
तारिक जसारेविक विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रवक्ता ने कहा कि पूर्व WHO चीफ साइंटिस्ट डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने एक रिसर्च की थी, जिसमें निष्कर्ष निकला कि पैरासिटामोल टैबलेट सुरक्षित दवाई है।
- कई दशकों की रिसर्च में सबूत मिले हैं कि पैरासिटामोल टैबलेट प्रेग्नेंसी में बुखार आने या बॉडी पेन से राहत दिलाने में मददगार है और इसे लेकर से नुकसान नहीं होता।
पेरासिटामोल (टाइलेनॉल) क्या है?
- टाइलेनॉल पैरासिटामोल का ब्रांड नाम है और यह एक ओवर–द–काउंटर दवा है जिसे व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाता है।
- यह दर्द निवारक और बुखार कम करने वाली दवा के रूप में काम करती है। पैरासिटामोल का उपयोग आमतौर पर सिरदर्द, पीठ दर्द, गठिया के हल्के दर्द, दांत दर्द, मांसपेशियों में दर्द, मासिक धर्म से पहले और मासिक धर्म में ऐंठन जैसी स्थितियों में किया जाता है।
- इसके अलावा यह बुखार को अस्थायी रूप से कम करने के लिए भी प्रभावी है।
टाइलेनॉल के उपयोग: टाइलेनॉल का इस्तेमाल कई प्रकार की बीमारियों और लक्षणों के इलाज के लिए किया जाता है, जिनमें शामिल हैं: बुखार कम करना, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, दांत दर्द, हल्का गठिया का दर्द, मासिक धर्म में ऐंठन, सामान्य सर्दी या फ्लू के कारण होने वाले दर्द और बेचैनी।
ऑटिज़्म क्या है?
ऑटिज़्म या ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम विकार (ASD) एक न्यूरो-डेवलपमेंटल (तंत्रिका-विकासात्मक) विकार है, जो मस्तिष्क के विकास में अंतर के कारण होता है। यह लोगों के संवाद करने, सीखने, व्यवहार करने और दूसरों के साथ बातचीत करने के तरीके को प्रभावित करता है। इसे “स्पेक्ट्रम” विकार कहा जाता है, क्योंकि इसमें लक्षणों की एक विस्तृत श्रृंखला और गंभीरता के विभिन्न स्तर होते हैं।
ऑटिज़्म कोई बीमारी नहीं है, बल्कि एक ऐसी स्थिति है जिसके साथ लोग जन्म से ही रहते हैं और यह जीवन भर रहती है।
ऑटिज़्म के कुछ सामान्य लक्षण:
- सामाजिक संवाद में कठिनाई:
- आंखों का संपर्क बनाने से बचना।
- दूसरों की भावनाओं को समझने या अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में परेशानी होना।
- बातचीत शुरू करने जारी रखने में मुश्किल होना।
दोहराव वाले व्यवहार और सीमित रुचियां:
- कुछ खास विषयों या वस्तुओं में अत्यधिक रुचि होना।
- हाथों को फड़फड़ाना, शरीर को हिलाना या वस्तुओं को घुमाने जैसी हरकतें बार-बार करना।
किसी भी रूटीन में बदलाव होने पर परेशान हो जाना।
किस वजह से होता ऑटिज़्म:
ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
- समय से पहले बच्चे का जन्म
- जन्म के दौरान जटिलताएँ
- जन्म के समय बच्चे का कम वजन होना
- किसी भाई-बहन का ऑटिज़्म से पीड़ित होना
- कुछ क्रोमोसोमल या जेनेटिक कंडीशन होना
- बच्चे के जन्म के समय माता-पिता की उम्र 35 या उससे ज्यादा होना
- प्रेग्नेंसी के दौरान माता-पिता द्वारा वैलप्रोइक एसिड या थैलिडोमाइड का इस्तेमाल
ऑटिज़्म का इलाज क्या है: मौजूदा वक्त में ऑटिज़्म का कोई पूर्ण इलाज उपलब्ध नहीं है। हालांकि, कुछ दवाओं की मदद से डिप्रेशन, दौरे, अनिद्रा और ध्यान केंद्रित करने में परेशानी जैसे लक्षणों को कम किया जा सकता है।