Humanitarian crisis in Al-Fashir

संदर्भ:
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि सूडान के अल-फशीर क्षेत्र में हजारों बच्चे गंभीर खतरे में हैं, क्योंकि 16 महीने लंबे घेरेबंदी के दौरान कुपोषण की दर तेजी से बढ़ रही है। लगभग 2.5 लाख नागरिक, जिनमें आधे बच्चे शामिल हैं, भोजन और स्वास्थ्य सेवाओं से पूरी तरह कटे हुए हैं, जिससे उनकी जीवन रक्षा पर गहरा संकट मंडरा रहा है।
अल–फ़शीर में मानवीय संकट–
- घेराबंदी और भूखमरी
- पिछले 16 महीनों से अधिक समय से 2.6 लाख से ज़्यादा नागरिक, जिनमें 1.3 लाख बच्चे शामिल हैं, शहर में फँसे हुए हैं।
- उन्हें खाना, पानी और स्वास्थ्य सेवाएँ नहीं मिल पा रही हैं।
- कई लोगों को पशु चारा (animal fodder) खाने तक की नौबत आ गई है।
- कुपोषण में तेज़ बढ़ोतरी
- UNICEF के अनुसार बच्चों में गंभीर कुपोषण (severe acute malnutrition) के मामलों में 46% की वृद्धि हुई है।
- अगस्त 2025 में UNICEF ने पोषण सेवाएँ बंद करनी पड़ीं क्योंकि सामग्री ख़त्म हो गई थी।
- लगभग 6,000 बच्चे बिना इलाज के रह गए हैं।
- हैजा (Cholera) का प्रकोप
- जुलाई 2024 से सूडान में दशकों का सबसे भीषण हैजा प्रकोप फैला है।
- अब तक करीब 1 लाख संदिग्ध मामले और 2,400 मौतें दर्ज हुई हैं।
- भूख से कमजोर बच्चे डारफुर में हैजा जैसी जलजनित बीमारी के प्रति ज़्यादा संवेदनशील हैं।
- हिंसा और विस्थापन
- सूडानी सेना और रैपिड सपोर्ट फोर्सेज़ (RSF) के बीच लड़ाई जारी है।
- RSF ने हाल ही में शहर पर नियंत्रण का दावा किया है।
- हत्या, यौन हिंसा और जबरन भर्ती (forced recruitment) की घटनाएँ सामने आई हैं।
- हज़ारों लोग अल-फ़शीर और आसपास के शिविरों से विस्थापित हो चुके हैं।
- बुनियादी ढाँचे पर हमले
- अस्पतालों, बाज़ारों और विस्थापन शिविरों पर लगातार हमले हो रहे हैं।
- अगस्त 2025 में अबू शौक शिविर पर हमले में 7 बच्चों की मौत हुई।
- मानवीय सहायता कर्मी (humanitarian workers) भी निशाने पर हैं।
संयुक्त राष्ट्र की अपील (UN Call for Action):
IOM, UNICEF, WFP जैसी संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने मिलकर तुरंत कार्रवाई की मांग की है —
- अल-फ़शीर में तत्काल और स्थायी युद्धविराम।
- सहायता पहुँचाने के लिए निर्बाध पहुँच— भोजन, दवा और साफ़ पानी उपलब्ध कराने हेतु।
- नागरिकों की सुरक्षा — अंतरराष्ट्रीय मानवीय क़ानून के अनुरूप।
- अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सहायता बढ़ाने की आवश्यकता, क्योंकि 2025 का Sudan Humanitarian Response Plan अभी गंभीर रूप से कम वित्तपोषित है।
अल–फ़शीर के बारे में (About Al-Fashir):
स्थान (Location)
- अल-फ़शीर सूडान के पश्चिमी हिस्से में स्थित उत्तर दारफुर (North Darfur) की राजधानी है।
- यह शहर वर्तमान में सूडानी सेना और अर्धसैनिक बल (Rapid Support Forces – RSF) के बीच चल रहे संघर्ष से घिरा (besieged) हुआ है।
मुख्य समस्या (Issue)
- यह शहर दारफुर क्षेत्र में सूडानी सेना का अंतिम ठिकाना (last holdout) है।
- यहाँ स्वास्थ्य सुविधाएँ पूरी तरह ढह चुकी हैं, और एक गंभीर मानवीय संकट बना हुआ है।
मानवीय स्थिति (Humanitarian Situation)
- पूरे सूडान में 3 करोड़ से अधिक लोग, जिनमें5 करोड़ बच्चे शामिल हैं, को तत्काल सहायता (urgent aid) की आवश्यकता है।
- लेकिन संयुक्त राष्ट्र (UN) के Sudan Humanitarian Response Plan (2025) का केवल 25% ही वित्तपोषित (funded) हुआ है, जबकि कुल अनुमानित राशि $4.2 बिलियन है।
