Generational Tobacco ban

संदर्भ:
मालदीव दुनिया का पहला देश बन गया है जिसने तंबाकू और वेपिंग (vaping) पर पीढ़ीगत प्रतिबंध (generational ban) लगाने का ऐतिहासिक फैसला किया है।
Generational Ban on Tobacco (पीढ़ीगत प्रतिबंध):
परिभाषा: Generational Ban एक ऐसा कानूनी प्रतिबंध (legal prohibition) है जिसका उद्देश्य तंबाकू–मुक्त पीढ़ी (tobacco-free generation) बनाना होता है। इस नीति के तहत किसी निश्चित वर्ष के बाद जन्मे व्यक्तियों को तंबाकू उत्पादों की खरीद, सेवन या उपयोग करने की अनुमति जीवनभर नहीं दी जाती।
इसका मकसद धीरे-धीरे समाज से तंबाकू की आदत को खत्म करना है।
मुख्य उद्देश्य (Main Objective): ऐसी नीति लागू करके सरकारें यह सुनिश्चित करती हैं कि आने वाली नई पीढ़ियां कभी तंबाकू की लत में न पड़ें, जिससे भविष्य में तंबाकू से होने वाली बीमारियों और मौतों में भारी कमी लाई जा सके।
वैश्विक स्थिति (Status of Tobacco Consumption):
- तंबाकू–जनित बीमारियाँ:हर साल विश्वभर में लगभग 70 लाख से अधिक मौतों का कारण बनती हैं।
- भारत (India)विश्व के सबसे बड़े तंबाकू उपभोक्ताओं और उत्पादकों में से एक है।
- WHO Framework Convention on Tobacco Control (WHO FCTC)जैसी अंतरराष्ट्रीय कोशिशों के बावजूद, आज भी लगभग 3 अरब लोग तंबाकू उत्पादों का उपयोग करते हैं।
- भारत में तंबाकू नियंत्रण के लिए कई सख्त कदम उठाए गए हैं-
- सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान पर प्रतिबंध,
- तंबाकू उत्पादों परचित्रात्मक स्वास्थ्य चेतावनियाँ (pictorial health warnings),
- विज्ञापन पर रोक (advertising restrictions),
- औरCOTPA कानून (Cigarettes and Other Tobacco Products Act) का प्रवर्तन।
