Global Peace Prayer Festival 2025
संदर्भ:
- भूटान की राजधानी थिम्फू में 4 नवंबर 2025, 16 दिवसीय “Global Peace Prayer Festival (GPPF)” शुरू हुआ । इस विशेष आयोजन का उद्घाटन भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक और देश के मुख्य अभिषेकाचार्य त्रुलकु जिग्मे चोद्रा ने किया।
About the Festival (उत्सव के बारे में)
- यह उत्सव भूटान की रॉयल गवर्नमेंट द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर शांति, करुणा और आध्यात्मिक एकता को बढ़ावा देना है।
- इसमें प्रमुख कार्यक्रमों में “जाब्झी (Jabzhi)”, एक वज्रयान बौद्ध शुद्धिकरण अनुष्ठान, विशेष आकर्षण है, जो 4 से 10 नवंबर 2025 तक आयोजित हो रहा है। यह अनुष्ठान नकारात्मक कर्मों को दूर करने और विनाशकारी शक्तियों को शांत करने के लिए किया जाता है।
महत्व और दृष्टिकोण (Significance and Perspective)
- उत्सव के दौरान कालचक्र सशक्तिकरण (Kalachakra Empowerment) भी होगा, जो शंभाला — शांति और आध्यात्मिकता के प्रतीक — की झलक प्रस्तुत करता है।
- भूटान के प्रधानमंत्री त्शेरिंग टोबगे ने कहा कि यह उत्सव राजा वांगचुक की कल्पना है, जो भूटान के चौथे राजा जिग्मे सिंग्ये वांगचुक के 70वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया है।
- चौथे राजा ने 51 वर्ष की आयु में सिंहासन त्याग कर लोकतंत्र की स्थापना की थी — यह कदम भूटान को आधुनिक और शांतिप्रिय राष्ट्र के रूप में पहचान दिलाता है।
भारत का सहयोग (India’s Support)
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहयोग से भारत ने भगवान बुद्ध की पवित्र अवशेष (Sacred Relics) थिम्फू भेजने की अनुमति दी। यह भारत-भूटान की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक साझेदारी का प्रतीक है।

