13 Defence Projects in Wildlife Areas
संदर्भ:
नवंबर 2025 में राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (NBWL) की स्थायी समिति (Standing Committee) ने अपनी 86वीं बैठक में 13 रक्षा और अर्धसैनिक परियोजनाओं को मंजूरी दी। इन परियोजनाओं में ज्यादातर प्रस्ताव लद्दाख के ऊँचाई वाले संरक्षित क्षेत्रों और एक प्रस्ताव अरुणाचल प्रदेश में शामिल है।
परियोजनाएँ और क्षेत्र
- कुल 13 परियोजनाएँ स्वीकृत हुईं — लद्दाख (Changthang Cold Desert & Karakoram Wildlife Sanctuaries) में 12 और अरुणाचल प्रदेश में 1।
- ये परियोजनाएँ रक्षा मंत्रालय, आईटीबीपी (Indo-Tibetan Border Police) और बीआरओ (Border Roads Organisation) द्वारा प्रस्तुत की गईं।
अरुणाचल प्रदेश (Eaglenest Wildlife Sanctuary) में स्वीकृत प्रोजेक्ट
- 0.37 हेक्टेयर क्षेत्र में 158 मीटर लंबा स्थायी पुल (Balipara–Charduar–Tawang Road पर)।
- यह क्षेत्र वैश्विक जैव विविधता हॉटस्पॉट और हाथी गलियारा (Elephant Corridor) है।
- मिटिगेशन प्लान: केवल दिन में निर्माण, गति-नियंत्रण, अपशिष्ट व शोर प्रबंधन।
लद्दाख: Changthang Sanctuary और Karakoram Sanctuary में स्वीकृत प्रमुख प्रोजेक्ट
- 315 फील्ड वर्कशॉप कंपनी, चुशुल (3.7 हेक्टेयर) – 142 इंफेंट्री ब्रिगेड के समर्थन हेतु।
- Formation Ammunition Storage Facility (FASF): Tsogtsalu (24.2 हेक्टेयर) – Changthang Sanctuary तथा KM-47 (47.1 हेक्टेयर) – Karakoram Sanctuary।
- Training Node Area, Tara (48.6 हेक्टेयर): 15,500 फीट ऊँचाई पर, यथार्थवादी उच्च-ऊंचाई प्रशिक्षण के लिए।
- Brigade Headquarters, Chushul (40 हेक्टेयर): 142 Infantry Brigade के लिए।
- Artillery Battery (KM-148, 9.46 हेक्टेयर) और Army Camp (KM-120, 8.16 हेक्टेयर) – Karakoram Sanctuary।
- तीन नए ITBP Border Outposts: Quazi Langer, Bopsang Lungpa, KM-156 (प्रत्येक लगभग 1.62 हेक्टेयर)।
- Transit Detachment (KM-80, 0.1 हेक्टेयर)।
- Hume Pipe Culvert, Mudh (Nyoma Airstrip के पास) – इंडस नदी पार आवागमन सुगमता के लिए।
पर्यावरणीय सुझाव और शर्तें
- प्रसिद्ध पारिस्थितिकीविद् डॉ. आर. सुकुमार ने सुझाव दिया कि मार्श, नदी किनारे, संकरे घाटी क्षेत्रों से रक्षा ढांचे को दूर रखा जाए।
- भूस्खलन और हिमस्खलन-प्रवण क्षेत्रों से परहेज किया जाए।
- समिति ने इन सुझावों को मिटिगेशन योजनाओं में शामिल करने का निर्देश दिया।
- सभी परियोजनाएँ राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण मानी गईं, लेकिन शर्त रखी गई कि पर्यावरणीय संतुलन और हिमालयी पारिस्थितिकी की नाजुकता को ध्यान में रखा जाए।
विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण
- महत्त्व: ये परियोजनाएँ भारत की सीमाई सुरक्षा को मजबूत करेंगी, विशेषकर LAC (Line of Actual Control) के निकट।
- चुनौती: पर्यावरण संरक्षण बनाम सुरक्षा आवश्यकताएँ का संतुलन बनाए रखना।
- नीतिगत पहलू: NBWL द्वारा “Environment with Security” दृष्टिकोण को लागू करना।

