Climate Investment Fund

संदर्भ
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन फ्रेमवर्क सम्मेलन (UNFCCC) के COP-30 के दौरान जर्मनी और स्पेन ने 100 मिलियन अमेरिकी डॉलर की वित्तीय सहायता की घोषणा की है। यह राशि क्लाइमेट इन्वेस्टमेंट फंड (Climate Investment Fund – CIF) के नए कार्यक्रम “Accelerating Resilience Investments and Innovations for Sustainable Economies (ARISE)” के लिए दी जाएगी, जो जलवायु परिवर्तन से निपटने और सतत आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
CIF क्या है?
- परिचय: CIF (Climate Investment Fund) एक बहुपक्षीय जलवायु कोष (Multilateral Climate Fund) है, जिसकी स्थापना वर्ष 2008 में की गई थी। इसका उद्देश्य विकासशील और उभरती अर्थव्यवस्थाओं को जलवायु परिवर्तन से निपटने, स्वच्छ ऊर्जा अपनाने और सतत विकास को बढ़ावा देने में आर्थिक सहायता प्रदान करना है।
- उद्देश्य: CIF की स्थापना G8 और G20 देशों के आग्रह पर की गई थी ताकि विकासशील देशों में जलवायु परिवर्तन के शमन (Mitigation) और अनुकूलन (Adaptation) से जुड़ी परियोजनाओं को समर्थन दिया जा सके। इसका लक्ष्य स्वच्छ तकनीकों को अपनाना, नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देना और सतत आर्थिक विकास के लिए प्रकृति आधारित समाधान लागू करना है।
- मुख्यालय: इसका मुख्यालय विश्व बैंक (World Bank) के सचिवालय में स्थित है।
- वर्तमान CEO: टारिए गबाडेगेसिन (Tariye Gbadegesin) – नाइजीरियाई-अमेरिकी नागरिक
CIF की संरचना
CIF दो प्रमुख कोषों से मिलकर बना है —
- क्लीन टेक्नोलॉजी फंड (Clean Technology Fund – CTF): इसका उद्देश्य स्वच्छ प्रौद्योगिकियों को अपनाने और कार्बन उत्सर्जन को कम करने वाले निवेशों को वित्तपोषित करना है। इसके माध्यम से सौर, पवन और अन्य नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ावा दिया जाता है।
- स्ट्रैटेजिक क्लाइमेट फंड (Strategic Climate Fund – SCF): इसका फोकस अनुकूलन और लचीलापन बढ़ाने वाली पहलों पर है।
इसके अंतर्गत तीन प्रमुख कार्यक्रम संचालित हैं –
- पायलट प्रोग्राम फॉर क्लाइमेट रेजिलिएंस (PPCR) – जलवायु लचीलापन को राष्ट्रीय विकास योजनाओं में शामिल करने के लिए।
- स्केलिंग अप रिन्यूएबल एनर्जी प्रोग्राम (SREP) – स्वच्छ ऊर्जा तक पहुंच बढ़ाने और हरित रोजगार सृजन को प्रोत्साहन देने के लिए।
- फॉरेस्ट इन्वेस्टमेंट प्रोग्राम (FIP) – वनों की कटाई और क्षरण से उत्सर्जन को कम करने हेतु।
CIF का संचालन प्रक्रिया
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- सहभागी: Climate Investment Fund (CIF) का संचालन एक पारदर्शी और सहभागी संरचना के माध्यम से किया जाता है, जिसमें दाता (donor) और प्राप्तकर्ता (recipient) दोनों देशों की समान भागीदारी सुनिश्चित की गई है। इसका संचालन ट्रस्ट फंड कमिटी (Trust Fund Committee) द्वारा किया जाता है, जो परियोजनाओं की दिशा, वित्तीय सहायता और नीतिगत प्राथमिकताएँ तय करती है।
- निर्णय प्रक्रिया:
- समावेशी प्रतिनिधित्व: समितियों में दाता और प्राप्तकर्ता देशों के समान प्रतिनिधि शामिल होते हैं।
- पर्यवेक्षक (Observers): निजी क्षेत्र, नागरिक समाज, स्वदेशी समुदायों और गैर-सरकारी संगठनों से पर्यवेक्षक के रूप में सदस्यता दी जाती है ताकि निर्णय प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे।
- मतैक्य (Consensus): निर्णय अधिकतर सहमति (consensus) के आधार पर लिए जाते हैं, जिससे किसी पक्ष को अलग-थलग महसूस न हो।
- साझेदारी संस्थाएँ:
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- CIF अपनी योजनाओं और निवेशों को लागू करने के लिए छह प्रमुख बहुपक्षीय विकास बैंकों (Multilateral Development Banks – MDBs) के साथ साझेदारी करता है — एशियाई विकास बैंक (ADB), अफ्रीकी विकास बैंक (AfDB), यूरोपीय पुनर्निर्माण और विकास बैंक (EBRD), इस्लामिक डेवलपमेंट बैंक (IsDB), अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम (IFC) और विश्व बैंक (World Bank)।
CIF का महत्व
- जलवायु वित्त का प्रमुख स्रोत: CIF विकासशील देशों को जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए रियायती वित्त उपलब्ध कराता है, जिससे स्वच्छ ऊर्जा और हरित परियोजनाएँ संभव होती हैं।
- सतत विकास को बढ़ावा: यह कोष स्वच्छ तकनीक, नवीकरणीय ऊर्जा, वन संरक्षण और जलवायु अनुकूल कृषि को प्रोत्साहित करता है, जो सतत आर्थिक विकास की नींव है।
- वैश्विक साझेदारी का उदाहरण: CIF छह प्रमुख बहुपक्षीय विकास बैंकों के साथ मिलकर कार्य करता है, जिससे अंतरराष्ट्रीय सहयोग और संसाधनों का कुशल उपयोग सुनिश्चित होता है।
- नवाचार और लचीलापन निर्माण: ARISE जैसे नए कार्यक्रमों के माध्यम से CIF जलवायु-लचीली अर्थव्यवस्थाओं और तकनीकी नवाचारों को बढ़ावा देता है, जिससे देशों की जलवायु अनुकूलन क्षमता मजबूत होती है।
