Discovery of Impatiens selvasinghii in the Western Ghats
संदर्भ:
भारत के पश्चिमी घाट में कुद्रेमुख राष्ट्रीय उद्यान (कर्नाटक) में इम्पेशन्स प्रजाति के एक नए और अत्यंत सूक्ष्म पुष्प वाले पौधे की खोज की गई है। तमिलनाडु के शोधकर्ताओं द्वारा पहचानी गई इस नई प्रजाति सीइम्पेशन्स सेल्वासिंघीईसी ने पश्चिमी घाट के वनस्पति विज्ञान में एक नई उपलब्धि हासिल की है।
इम्पेशन्स सेल्वासिंघीई का परिचय:
भारत के पश्चिमी घाट में खोजी गई इम्पेशन्स सेल्वासिंघीई एक अत्यंत सूक्ष्म-पुष्पीय, नाजुक और सीमित आवास वाली प्रजाति है, जिसे शोधकर्ताओं ने कुद्रेमुख राष्ट्रीय उद्यान की शोलाग्रासभूमि में 1,630 मीटर की ऊँचाई पर खोजा है।
- वर्गीकरण: इम्पेशन्स सेल्वासिंघीई को वनस्पति वर्गीकरण में निम्नानुसार रखा गया है—
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- कुल (Family): Balsaminaceae
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- वंश (Genus): Impatiens
- प्रजाति (Species): Impatiens selvasinghii
- क्रम (Order): Ericales
- राज्य (Kingdom): Plantae
- कुल: Balsaminaceae कुल विश्वभर में लगभग 1,000 से अधिक प्रजातियों वाला एक बड़ा पुष्पीय कुल है, जिसमें Impatiens प्रमुख वंश है। Balsaminaceae कुल के पौधे में अक्सर कटीली या दाँतेदार किनारों वाले असमान आकार के पत्ते पाए जाते हैं।
- विशेषताएं: इसे पश्चिमी घाट में अब तक दर्ज की गई सबसे छोटे फूलों वाली इम्पेशन्स प्रजाति माना जा रहा है। इसकी पंखुड़ियाँ महीन, नाजुक और हल्के रंगों वाली हैं; फूल असममित एवं वंश की विशिष्ट आकृति प्रस्तुत करते हैं। यह छोटा, नरम, नम मिट्टी में उगने वाला, एक-वर्षीय शाकीय पौधा है।
- नामकरण: इस प्रजाति को Impatiens selvasinghii नाम डॉ. पी. सेल्वासिंघ रिचर्ड (Madras Christian College) के सम्मान में दिया गया, जिन्होंने पश्चिमी घाट की वनस्पति पर ग्राह्य और दीर्घकालीन शोध किया है।
- संरक्षण स्थिति: IUCN ने इसे Data Deficient (DD) श्रेणी में रखा है क्योंकि इस प्रजाति की जनसंख्या, वितरण, आनुवंशिक स्थिरता आदि पर पर्याप्त डेटा उपलब्ध नहीं है। यह सीमित आवास में पाई जाती है और इसका संरक्षण जोखिम एवं उच्च हैं।

