Cube-shaped human skull discovered

संदर्भ:
हाल ही में मेक्सिको के तमाउलिपास राज्य में पुरातत्वविदों ने लगभग 1,400 साल पुरानी एक “क्यूब-आकार” (cube-shaped) की मानव खोपड़ी की खोज की है। वैज्ञानिकों द्वारा की गई यह खोज प्राचीन सभ्यताओं के सांस्कृतिक रीति-रिवाजों और सामाजिक संरचना को समझने की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
खोज का विवरण:
- यह अद्वितीय खोज मेक्सिको के बालकोन डे मोंटेजुमा (Balcón de Montezuma) नामक पुरातात्विक स्थल पर हुई है।
- यह खोपड़ी मेसोअमेरिकन ‘क्लासिक पीरियड’ (400-900 ईस्वी) की है। विश्लेषण के अनुसार, यह अवशेष लगभग 40 वर्षीय पुरुष के हैं।
- हड्डियों और दांतों के स्थिर ऑक्सीजन आइसोटोप परीक्षण (Stable Oxygen Isotope Test) से पता चला कि यह व्यक्ति इसी स्थानीय क्षेत्र में जन्मा और पला था।
- इस खोपड़ी को वैज्ञानिक शब्दावली में “पैरेललपाइप्ड” (Parallelepiped) आकार कहा जा रहा है, जो सामान्य गोलाकार या लंबी खोपड़ियों के विपरीत एक चौकोर या क्यूब जैसा लुक देती है।
वैज्ञानिक कारण:
- विशेषज्ञों ने पुष्टि की है कि यह आकार किसी प्राकृतिक या आनुवंशिक उत्परिवर्तन का परिणाम नहीं है, बल्कि जानबूझकर किया गया ‘कृत्रिम कपाल विरूपण’ है।
- कृत्रिम कपाल विरूपण (Artificial Cranial Deformation) एक प्राचीन प्रथा है, जिसमें शिशुओं के सिर पर दबाव डालकर उनकी खोपड़ी को जानबूझकर बदला जाता था, जिससे चपटे, लंबे या गोल आकार बनते थे।
- मेक्सिको के राष्ट्रीय मानवविज्ञान और इतिहास संस्थान (INAH) के अनुसार, यह खोज उस क्षेत्र के समुदायों के बीच विविधता और जटिल रीति-रिवाजों का प्रमाण है।
ऐतिहासिक प्रमाण:
- अमेरिका: माया सभ्यता (Mayans) और इंका सभ्यता (Incas) में यह अत्यधिक प्रचलित था।
- एशिया: मध्य एशिया के हूण (Huns) और कुषाणों के पूर्वज समझे जाने वाले ‘यूएजी’ (Yuezhi) राजकुमारों की मूर्तियों और कंकालों में यह देखा गया है।
- यूरोप: फ्रांस और जर्मनी के कुछ हिस्सों में 5वीं से 7वीं शताब्दी के दौरान इसके साक्ष्य मिले हैं।
- भारत: हालांकि भारत में इसके साक्ष्य सीमित हैं, लेकिन मध्य एशियाई आक्रमणकारियों (जैसे हूण) के प्रभाव वाले कुछ क्षेत्रों के पुरातात्विक उत्खनन में ऐसी खोपड़ियाँ मिली हैं।
