India first rank Global AI Advantage Index

संदर्भ:
हाल ही में जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, भारत ने वैश्विक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) परिदृश्य में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। भारत ‘ग्लोबल एआई एडवांटेज’ (Global AI Advantage) सूचकांक में दुनिया में प्रथम स्थान पर है।
ग्लोबल एआई एडवांटेज सूचकांक 2025:
- भारत की स्थिति: EY की रिपोर्ट के अनुसार, भारत का ‘AI एडवांटेज’ स्कोर 53 अंक है, जो वैश्विक औसत (34 अंक) से कहीं अधिक है।
- उपयोग की दर: भारत में लगभग 62% कर्मचारी नियमित रूप से जेनरेटिव एआई (GenAI) टूल्स का उपयोग कर रहे हैं।
- टैलेंट हेल्थ (Talent Health): भारत ने ‘टैलेंट हेल्थ’ श्रेणी में 82 का स्कोर प्राप्त किया है, जो दुनिया में (वैश्विक औसत 65) सबसे अधिक है।
- कर्मचारी प्राथमिकताएं: बोनस (40%), लचीले कार्य (33%), महंगाई भत्ता (32%), और स्वास्थ्य लाभ (31%) भारतीय कर्मचारियों के लिए शीर्ष प्राथमिकताएं हैं।
- नियोक्ता फोकस: नियोक्ता पारंपरिक पुरस्कारों के साथ-साथ AI कौशल विकास संसाधनों पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जो कुल स्कोर में लगभग 32% का योगदान देता है।
- समय: अधिकांश कर्मचारी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कौशल सीखने के लिए प्रति वर्ष 40 घंटे से भी कम समय दे रहे हैं। समय की कमी, संसाधनों का अभाव और स्पष्ट मार्गदर्शन न होना इसके प्रमुख कारण माने गए हैं।
- सकारात्मक दृष्टिकोण: भारत में लगभग 90% नियोक्ता और 86% कर्मचारी मानते हैं कि AI का उत्पादकता (productivity) पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
ग्लोबल एआई एडवांटेज सूचकांक क्या हैं?
ग्लोबल एआई एडवांटेज (Global AI Advantage) एक ऐसा सूचकांक है जो कार्यस्थल पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के वास्तविक प्रभाव को मापता है। जिसे ईवाई (EY) की वर्क रीइमेजिन्ड सर्वे द्वारा प्रकाशित किया जाता है।
- मापन का आधार: यह इंडेक्स मुख्य रूप से यह मापता है कि एआई समाधानों का उपयोग करके कर्मचारी प्रति सप्ताह औसतन कितना समय बचा रहे हैं।
- प्रमुख कारक (Mindset, Toolset, Skillset): यह सूचकांक तीन समूहों में विभाजित छह कारकों पर आधारित है:
- माइंडसेट (Mindset – 25% भार): एआई क्षमताओं को विकसित करने में कर्मचारियों के लक्ष्य और भागीदारी।
- टूलसेट (Toolset – 26% भार): कंपनी द्वारा दिए गए और व्यक्तिगत एआई टूल्स का मिश्रण।
- स्किलसेट (Skillset – 49% भार): एआई प्रशिक्षण की मात्रा और प्रबंधकों की दक्षता।
- प्रशिक्षण का महत्व: एआई प्रशिक्षण इस स्कोर का लगभग 50% हिस्सा है। जिन कर्मचारियों ने साल में 81 घंटे से अधिक ट्रेनिंग ली, वे प्रति सप्ताह 14 घंटे बचाते हैं, जबकि कम ट्रेनिंग वाले केवल 3 घंटे ही बचा पाते हैं।
अन्य उपलब्धि:
- स्टैनफोर्ड ग्लोबल एआई वाइब्रेंसी टूल 2025 में भारत ने 7वें स्थान (2024) से छलांग लगाकर दुनिया में तीसरा स्थान हासिल किया है। अब भारत केवल अमेरिका और चीन से पीछे है।
- स्टैनफोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, भारत एआई कौशल पैठ (2.8 स्कोर) में विश्व में पहले स्थान पर है।
- भारत महिलाओं में एआई कौशल पैठ (1.7 स्कोर) के मामले में भी अग्रणी है, जो अमेरिका जैसे विकसित देशों से बेहतर है।
इस सफलता के प्रमुख स्तंभ:
- इंडिया एआई मिशन (IndiaAI Mission): सरकार ने ₹10,372 करोड़ के बजटीय आवंटन के साथ इस मिशन को लॉन्च किया है। इसके तहत 10,000 से अधिक जीपीयू (GPU) की कंप्यूट क्षमता स्थापित करने का लक्ष्य है।
- डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI): आधार, यूपीआई (UPI) और डिजिलॉकर जैसे ‘डिजिटल रेल्स’ ने डेटा की विशाल उपलब्धता सुनिश्चित की है, जिससे एआई नवाचार आसान हुआ है।
- एआई फॉर ऑल (AI for All): भारत का दृष्टिकोण केवल तकनीक विकसित करना नहीं, बल्कि इसे कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में समावेशी बनाना है।
- स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र: भारत में 240 से अधिक प्रमुख एआई स्टार्टअप हैं (जैसे सर्वम एआई, भशिनी), जो स्थानीय भाषाओं और संदर्भों में समाधान प्रदान कर रहे हैं।
