चर्चा में क्यों
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने दिल्ली (Delhi) और गुरुग्राम (Gurugram) में 7 ठिकानों पर छापेमारी की. सीबीआई (CBI) ने ऑपरेशन चक्र-2 (Operation Chakra-2) के तहत 43 से ज्यादा साइबर ठगों (cyber thugs) को गिरफ्तार किया है. और इसके साथ ही आरोपियों के कब्जे से कंप्यूटर के 130 हार्ड डिस्क (hard disks), 65 फोन (phones), 5 लैपटॉप (laptops), बड़ी संख्या में विदेशी नागरिको की जानकारी, दस्तावेज (documents), कॉल रिकॉर्डिंग और ट्रांसक्रिप्ट (call recordings and transcripts) बरामद किए हैं.
ऑपरेशन चक्र (Operation Chakra):
ऑपरेशन चक्र (Operation Chakra) एक व्यापक अभियान (campaign) है जिसे केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने साइबर अपराध (cyber crime) के खिलाफ छेड़ा है। इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य (main objective) साइबर अपराधों में शामिल व्यक्तियों और समूहों को पकड़ना और उन्हें न्याय के कटघरे में लाना है।
ऑपरेशन चक्र (Operation Chakra) के तहत सीबीआई (CBI) ने देशभर में कई स्थानों पर छापेमारी (raided) की और साइबर अपराध से जुड़े कई आरोपियों को गिरफ्तार किया। इस ऑपरेशन के दौरान विभिन्न प्रकार के साइबर अपराधों, जैसे कि फिशिंग, धोखाधड़ी, और अन्य अवैध ऑनलाइन गतिविधियों में शामिल लोगों को निशाना बनाया गया।
ऑपरेशन चक्र-I के बारे में (About Operation Chakra-I)
- अक्टूबर 2022 में, सीबीआई (CBI) ने इंटरपोल (Interpol), एफबीआई (FBI) और कई देशों की पुलिस के साथ मिलकर ऑपरेशन चक्र 1 (Operation Chakra 1) चलाया था।
- पिछले ऑपरेशन के दौरान विभिन्न भारतीय राज्यों (states) में 115 स्थानों पर तलाशी ली गई। पुणे और अहमदाबाद में फर्जी तकनीकी सहायता (fake technical support) घोटाले के माध्यम से अमेरिकी (US) और कनाडाई (Canadian) नागरिकों को धोखा देने वाले दो कॉल सेंटरों का पर्दाफ़ाश किया गया।
- ऑपरेशन चक्र-1(Operation Chakra 1) के तहत समन्वित छापेमारी (coordinated raids) के दौरान 16 आरोपी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था ।
ऑपरेशन चक्र-II के बारे में (About Operation Chakra-II)
- इसे भारत में अंतरराष्ट्रीय संगठित साइबर-सक्षम वित्तीय अपराधों से लड़ने के लिए शुरू किया गया था।
- ऑपरेशन चक्र-2 का मुख्य उद्देश्य साइबर अपराधियों द्वारा किए जा रहे धोखाधड़ी, ऑनलाइन ठगी, और अन्य साइबर अपराधों पर नियंत्रण पाना था।
- इसे केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI), माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft), अमेज़ॅन (Amazon) के साथ-साथ राष्ट्रीय (national) और अंतर्राष्ट्रीय (international) एजेंसियों द्वारा अवैध कॉल सेंटर या तकनीकी सहायता धोखाधड़ी के बुनियादी ढांचे से निपटने और नष्ट करने के लिए लॉन्च किया गया था।
- इस ऑपरेशन के दौरान सीबीआई ने 100 करोड़ रुपये के क्रिप्टो घोटाले और साइबर-सक्षम वित्तीय धोखाधड़ी के अलग-अलग मामलों के आधार पर 11 राज्यों में लगभग 76 स्थानों पर तलाशी ली।
- ये सभी मामले वित्तीय खुफिया इकाई (FIU) द्वारा उपलब्ध कराए गए महत्वपूर्ण इनपुट पर आधारित थे।
- इन अवैध कॉल सेंटरों ने मुख्य रूप से यू.एस.ए. (USA), ऑस्ट्रेलिया (Australia), कनाडा (Canada), जर्मनी (Germany), स्पेन (Spain) और यू.के. (UK) में स्थित 2,000 से अधिक ई-कॉमर्स वेबसाइट ग्राहकों को प्रभावित किया।
ऑपरेशन चक्र- III के बारे में (About Operation Chakra-III)
- इंटरपोल (Interpol) और अमेरिकी जांच एजेंसी (American investigative agency) एफबीआई (FBI) की मदद से डीएलएफ साइबर सिटी फेज दो (DLF Cyber City Phase 2) में चल रहे काल सेंटर (call center) पर छापा मार कर 63 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
- इस नेटवर्क में शामिल लोग आपसी तालमेल से काम करते थे और डीएलएफ साइबर सिटी (Cyber City) स्थित काल सेंटर इनके बीच समन्वय का काम करता था। छापे के दौरान आरोपियों को लोगों के साथ धोखाधड़ी करते हुए लाइव पकड़ा गया। सीबीआई ने आरोपियों के पास से 130 कंप्यूटर डिस्क, 65 मोबाइल फोन और पांच लैपटाप बरामद किया है। इसके साथ ही उनके पास से वित्तीय लेन-देन, काल रिकार्डिंग और धोखाधड़ी के शिकार बने लोगों से जुड़ी जानकारी भी मिली है।
- इंटरपोल और एफबीआई (Interpol and FBI) से मिली शुरूआती जानकारी के आधार सीबीआई (CBI) ने 22 जुलाई को भारतीय दंड संहिता और सूचना तकनीक कानून (Indian Penal Code and Information Technology Act) की विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की।
केंद्रीय जांच ब्यूरो / Central Bureau of Investigation (CBI)
- केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) भारत की प्रमुख जांच एजेंसी (investigating agency) है, जो विशेष रूप से बड़े और महत्वपूर्ण मामलों की जांच करती है।
- इसका मुख्यालय (headquarters) नई दिल्ली (New Delhi) में स्थित है।
- CBI को भारत सरकार के कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (the Department of Personnel and Training of the Government of India) के अधीन कार्य करने का अधिकार है।
- इस एजेंसी की स्थापना 1963 में संथानम समिति की सिफारिश के परिणामस्वरूप भारत सरकार द्वारा की गई थी।
- सीबीआई कोई वैधानिक निकाय नहीं है। इसे जांच करने की शक्ति दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना अधिनियम, 1946 से प्राप्त होती है।
वित्तीय खुफिया इकाई (Financial Intelligence Unit – FIU):
- वित्तीय खुफिया इकाई (Financial Intelligence Unit – FIU) एक सरकारी एजेंसी (government agency) है
- इसे भारत सरकार द्वारा 18 नवंबर 2004 को संदिग्ध वित्तीय लेनदेन से संबंधित जानकारी प्राप्त करने, प्रसंस्करण, विश्लेषण और प्रसार के लिए जिम्मेदार केंद्रीय राष्ट्रीय एजेंसी के रूप में स्थापित किया गया था।
- यह एक स्वतंत्र निकाय है जो सीधे वित्त मंत्री की अध्यक्षता वाली आर्थिक खुफिया परिषद (ईआईसी) को रिपोर्ट करता है।
- इसका मुख्य कार्य वित्तीय लेनदेन की निगरानी करना (monitor financial transactions) और संदिग्ध गतिविधियों (suspicious activities) का पता लगाना है।
- यह इकाई विभिन्न प्रकार के वित्तीय अपराधों, जैसे कि मनी लॉन्ड्रिंग (money laundering), आतंकवादी वित्तपोषण (terrorist financing), और अन्य वित्तीय धोखाधड़ी का मुकाबला करने के लिए स्थापित की गई है।
इंटरपोल (INTERPOL)?
- इंटरपोल (INTERPOL), जिसे अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन (International Criminal Police Organization) के नाम से भी जाना जाता है, एक अंतर-सरकारी संगठन है जो अंतर्राष्ट्रीय पुलिस सहयोग (international police cooperation)और अपराध नियंत्रण (crime control) की सुविधा प्रदान करता है। इसकी स्थापना 1923 में अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक पुलिस आयोग (ICPC) के रूप में हुई थी.इंटरपोल का मुख्यालय फ़्रांस के लियोन शहर में है.
- इंटरपोल के 196 सदस्य देश हैं.
- यह दुनिया के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय कानून प्रवर्तन (international law enforcement) संगठनों में से एक है और यह विभिन्न देशों की पुलिस एजेंसियों के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है, जहाँ वे अंतर्राष्ट्रीय अपराध (international crime) के खिलाफ लड़ाई में सहयोग और जानकारी साझा कर सकते हैं।
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