Achook Prahaar
संदर्भ:
भारतीय सेना की स्पीयर कोर और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) ने केंद्रीय अरुणाचल प्रदेश में एक महत्वपूर्ण संयुक्त युद्धक क्षमता अभ्यास “अचूक प्रहार“ का आयोजन किया। यह अभ्यास सीमावर्ती क्षेत्रों में सामरिक तालमेल और संयुक्त परिचालन क्षमता को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
Indo-Tibetan Border Police (ITBP) और Exercise Achook Prahar:
- पृष्ठभूमि:
- ITBP की स्थापना 1962 में चीन-भारत युद्ध के बाद भारत-तिब्बत सीमा की सुरक्षा के लिए हुई।
- शुरू में यह CRPF का हिस्सा था, 2004 में गृह मंत्रालय के अधीन स्वतंत्र केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल बना।
- आदर्श वाक्य:“शौर्य – दृढ़ता – कर्मनिष्ठा”
- ITBP पर्वतीय युद्ध में विशेषज्ञ है और चीन के साथ 3,488 किमी लंबी सीमा पर 9,000 से 18,750 फीट की ऊँचाई पर कार्य करता है।
- Exercise Achook Prahar:
- चार दिन की यह अभ्यास गतिविधि भारतीय सेना की SpearHead Division और ITBP कर्मियों के बीच हुई।
- वास्तविक युद्ध परिदृश्यों का अनुकरण करते हुए संयुक्त अभ्यास में मोर्टार, मशीन गन, रॉकेट और ग्रेनेड का उपयोग किया गया।
- इसका उद्देश्य संचालन तैयारियों की पुष्टि करना और प्रतिक्रिया समन्वय को परखना था।
- महत्व:
- Achook Prahar ने सेना और ITBP के बीच अग्नि शक्ति और रणनीतिक समन्वय को प्रदर्शित किया।
- इससे संचार, संयुक्त निर्णय क्षमता और त्वरित प्रतिक्रिया कौशल में सुधार होता है।
- यह सहयोग संवेदनशील सीमावर्ती क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, जहाँ तनाव की स्थिति अक्सर रहती है।