Blending of Isobutanol with Diesel
संदर्भ:
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ARAI) डीजल में 10% आइसोब्यूटेनॉल मिश्रण की संभावना तलाशने पर काम कर रही है।
भारत में एथेनॉल और आइसोब्यूटानॉल ब्लेंडिंग:
पृष्ठभूमि:
- भारत में डीज़ल में 10% एथेनॉल मिलाने के ट्रायल असफल रहे।
- केवल आइसोब्यूटानॉल ब्लेंड ही सफल पाया गया।
- अब भारत में डीज़ल को एथेनॉल की बजाय आइसोब्यूटानॉल के साथ मिलाया जाएगा।
- आइसोब्यूटानॉल के साथ ट्रायल जारी हैं और आने वाले महीनों में इसका स्तर बढ़ाया जाएगा।
आइसोब्यूटानॉल:
- यह एक अल्कोहल यौगिक है।
- गुणधर्म: ज्वलनशील (flammable)।
- उपयोग: सॉल्वेंट (घोलक) के रूप में पेंट, कोटिंग और अन्य उद्योगों में।
एथेनॉल ब्लेंडिंग:
- परिभाषा: पेट्रोल में एथेनॉल मिलाकर ऐसा ईंधन तैयार करना जिसे इंजन में उपयोग किया जा सके।
- स्रोत (Feedstocks):
- मीठे पदार्थ: गन्ना, शीरा (molasses), स्वीट ज्वार, शुगर बीट।
- स्टार्च वाले पदार्थ: टूटा चावल, मक्का, कसावा।
नीति और लक्ष्य:
- 2018: राष्ट्रीय जैव ईंधन नीति में सरकार ने 2030 तक 20% एथेनॉल मिलाने का लक्ष्य तय किया।
- 2014 के बाद की प्रगति को देखते हुए यह लक्ष्य 2025–26 तक आगे बढ़ा दिया गया।
- वर्तमान स्थिति: पेट्रोल में एथेनॉल मिलाने का स्तर पहले ही 20% तक पहुँच चुका है।
- अगला कदम: एथेनॉल का उपयोग कर सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल (SAF) बनाना।