Sikhs For Justice (SFJ) नामक संगठन अलगाववादी विचारधारा से प्रेरित है। khalistan को सपोर्ट करने वाले इस संगठन का संस्थापक देश विरोधी बयान देने वाला khalistani आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) है।
क्यों चर्चा में है Sikhs For Justice:–
- SFJ पर केंद्र सरकार ने ठोस कदम उठाते हुए उस पर लगे प्रतिबंध को 5 साल के लिए और बढ़ा दिया है।
- आपको बता दें कि गृह मंत्रालय ने SFJ को गैरकानूनी संगठन घोषित करते हुए साल 2019 में बैन किया था।
- गृह मंत्रालय ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के तहत SFJ पर प्रतिबंध को बढ़ाया।
- सरकार ने SFJ को देश की आंतरिक सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए हानिकारक संगठन बताया है।
क्या है Sikhs For Justice (SFJ):–
- सिख फॉर जस्टिस अमेरिका स्थित एक अलगाववादी संगठन है जो सिखों के लिए पंजाब को भारत से अलग कर खालिस्तान नामक देश बनाने की मांग करता है।
- इस संगठन की स्थापना 2007 में पंजाब के वकील गुरपतवंत सिंह पन्नू ने किया था।
- आपको बता दे कि अनेकों बार देश विरोधी बयान देने वाले गुरपतवंत सिंह पन्नू विदेश में रहकर इस संगठन को भारत विरोधी गतिविधियों के लिए प्रेरित करता है।
- गृह मंत्रालय के नोटिफिकेशन के अनुसार Sikh For Justice (SFJ) पंजाब और अन्य जगहों पर राष्ट्र-विरोधी और विध्वंसक गतिविधियों में संलिप्त है तथा इसका इरादा भारत की अखंडता को प्रभावित करना है।
- अलग खालिस्तानी मुल्क बनाने की दिशा में यह संगठन लगातार कई देशों में जनमत संग्रह भी आयोजित करवा चुका है।
- एसएफजे ने रेफरेंडम 2020 अभियान का आयोजन शुरू किया, जिसमें इस बात पर जनमत संग्रह कराने का आह्वान किया गया कि जिसका मुद्दा था कि पंजाब को भारत से अलग होना चाहिए या नहीं।
- यह अलगाववादी संगठन खालिस्तान के प्रस्तावित क्षेत्र का नक्शा भी जारी कर चुका है जारी कर चुका। दरअसल लाहौर में एक प्रेस कांफ्रेंस करके SFJ ने एक नक्शा जारी किया जिसमें भारत के कई राज्य मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा , हिमाचल प्रदेश, राजस्थान , उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्से भी शामिल थे ।
- पन्नू ने कहा था कि शिमला प्रस्तावित राष्ट्र की राजधानी होगी, और इसके निर्माण में सहायता के लिए पाकिस्तान सरकार से अनुरोध किया।
- जानकारी के लिए बता दें कि हाल ही में एक भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को अमेरिकी धरती पर पन्नू की हत्या की साजिश में कथित संलिप्तता के लिए अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था।
- सिर्फ SFJ ही नहीं बल्कि बब्बर खालसा इंटरनेशनल, खालिस्तान कमांडो फोर्स, खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स, अंतरराष्ट्रीय सिख युवा संघ, जैश-ए-मोहम्मद, हिज्ब-उल-मुजाहिदीन, जम्मू और कश्मीर इस्लामिक फ्रंट जैसे कई ऐसे संगठन है जिस पर गृह मंत्रालय ने प्रतिबंध लगाया है।
- तीन कृषि कानूनों के खिलाफ हुए किसान आंदोलन के समय भी सिख फॉर जस्टिस का नाम सामने आया था।
- एनआई ने दिसंबर 2020 में चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें किसान आंदोलन से जुड़े नेताओं के इस संगठन से कनेक्शन की बात सामने आई थी।
आपको बता दें कि खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत और कनाडा में विवाद काफी बढ़ गया था। क्योंकि सितंबर 2023 को, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने घोषणा की कि कनाडाई खुफिया एजेंसियां भारतीय सरकारी एजेंटों और हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बीच “संभावित लिंक के विश्वसनीय आरोपियों का पीछा कर रही हैं। इसी बीच पन्नू ने कनाडा में रह रहे हिंदुओं को धमकी दी थी। जिसके बाद एनआईए ने जुलाई, 2020 को, गुरपतवंत सिंह पन्नू को अलगाववाद को बढ़ावा देने और पंजाबी सिख युवाओं को हथियार उठाने के लिए कथित रूप से प्रोत्साहित करने के लिए UAPA के तहत कठोर कार्रवाई कर उसे आतंकवादी घोषित कर दिया था।
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