संदर्भ: दिल्ली को आज 17 सितंबर 2024 को एक नया मुख्यमंत्री मिलने जा रहा है। अब दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रमुख नेता आतिशी मार्लेना होंगी। मंगलवार 17 सितंबर 2024 को हुई आम आदमी पार्टी की विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से आतिशी का नाम स्वीकार किया गया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा देने के फैसले के बाद आम आदमी पार्टी ने यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है।
कौन हैं आतिशी मार्लेना?
आतिशी मार्लेना एक प्रभावशाली भारतीय राजनीतिज्ञ और आम आदमी पार्टी (AAP) की वरिष्ठ नेता हैं, जो अपने उत्कृष्ट काम और नेतृत्व के लिए जानी जाती हैं।
- आतिशी मार्लेना का जन्म 8 जून 1981 को दिल्ली में हुआ था।
- वह शुरू से ही एक शिक्षित और प्रगतिशील परिवार से आईं। उन्होंने विश्व की प्रसिद्ध ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से इतिहास में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की है।
- आतिशी ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में सुधार लाने के लिए अहम योगदान दिए हैं। उन्होंने दिल्ली सरकार के स्कूलों को नई दिशा देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- आतिशी ने वर्ष 2013 में आम आदमी पार्टी (AAP) जॉइन की और पार्टी के लिए नीतिगत और विचारधारात्मक स्तर पर काम करना शुरू किया।
- इसके बाद आतिशी दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार बनीं।
- 2020 में आतिशी ने दिल्ली के कालकाजी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और एक बड़ी जीत हासिल की।
- इसके बाद उन्हें AAP की गोवा यूनिट की प्रभारी बनाया गया, जहां उन्होंने पार्टी के विस्तार और संगठनात्मक कार्यों का नेतृत्व किया।
- 2023 में मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद आतिशी को दिल्ली कैबिनेट में शामिल किया गया। उन्होंने महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, बिजली, कला-संस्कृति, और पर्यटन जैसे महत्वपूर्ण विभागों का कार्यभार संभाला।
- वह हमेशा शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, और सामाजिक न्याय के लिए खड़ी रही हैं।
केजरीवाल का इस्तीफा दिए जाने के पीछे मूल कारण
- दिल्ली सरकार के अधिकारों को सीमित करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (GNCTD) अधिनियम में संशोधन किया गया, जिसके तहत उपराज्यपाल को अधिक अधिकार मिले। इसने दिल्ली की चुनी हुई सरकार की स्वायत्तता को बाधित किया।
- केजरीवाल पर लगे जमानत की शर्तों के कारण वह सचिवालय और अपने दफ़्तर नहीं जा सकते थे। केवल वही दस्तावेज़ उन तक पहुँच रहे थे, जिन पर उपराज्यपाल की मंजूरी थी। यह उनके लिए एक बड़ी चुनौती बनी।
दिल्ली विधानसभा और शासन व्यवस्था
- दिल्ली विधानसभा: एक परिचय
- सदस्यों की संख्या: दिल्ली विधानसभा में कुल 70 विधायक होते हैं, जो जनता द्वारा प्रत्यक्ष चुनाव के माध्यम से चुने जाते हैं।
- कार्यकाल: विधानसभा का कार्यकाल 5 वर्षों का होता है।
- मुख्य कार्य: दिल्ली विधानसभा का मुख्य कार्य कानून बनाना और दिल्ली सरकार के कामकाज की निगरानी करना है।
- स्पीकर: दिल्ली विधानसभा का अध्यक्ष (स्पीकर) विधायकों द्वारा चुना जाता है, जो सदन की बैठकों का संचालन करता है।
- दिल्ली की शासन व्यवस्था और संवैधानिक ढांचा
- दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (GNCTD) अधिनियम, 1991 के तहत दिल्ली की शासन व्यवस्था को परिभाषित किया गया है।
- इस अधिनियम के तहत, दिल्ली में एक निर्वाचित विधानसभा और एक कार्यकारी सरकार होती है, जिसमें मुख्यमंत्री प्रमुख होते हैं।
- उपराज्यपाल (LG): दिल्ली में उपराज्यपाल केंद्र सरकार के प्रतिनिधि होते हैं और उनके पास कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक शक्तियां होती हैं। LG को कुछ मामलों में कैबिनेट की सलाह के बिना निर्णय लेने का अधिकार भी है।
- मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल के बीच शक्ति-साझाकरण
- दिल्ली के शासन में शक्ति का एक अनोखा विभाजन है, जहाँ मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल के बीच कई मामलों पर शक्ति-साझाकरण होता है।
- पुलिस, सार्वजनिक व्यवस्था और भूमि से संबंधित मामले LG के अधीन होते हैं, जबकि शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन, और अन्य विषयों पर दिल्ली सरकार कानून बना सकती है।
- हाल के वर्षों में, मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल के बीच टकराव देखा गया है, खासकर प्रशासनिक सेवाओं के नियंत्रण को लेकर।
- दिल्ली के मुख्यमंत्री की भूमिका
- दिल्ली के मुख्यमंत्री दिल्ली सरकार के कार्यकारी प्रमुख होते हैं और वे सरकार की नीतियों को लागू करने के लिए जिम्मेदार होते हैं।
- मुख्यमंत्री मंत्रिपरिषद के साथ मिलकर बजट, विकास योजनाएं और अन्य आवश्यक निर्णय लेते हैं।
- दिल्ली के मुख्यमंत्री को अधिकार भारतीय संविधान के अनुच्छेद 239AA के तहत दिए गए हैं।
- यह अनुच्छेद 69वें संविधान संशोधन अधिनियम, 1991 के माध्यम से जोड़ा गया था, जिसने दिल्ली को एक विशेष दर्जा देते हुए उसे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCT) के रूप में परिभाषित किया।
- हालांकि दिल्ली के मुख्यमंत्री की शक्तियां सीमित हैं, विशेषकर पुलिस, सार्वजनिक व्यवस्था, और भूमि से संबंधित मामलों में, जिनका नियंत्रण केंद्र सरकार के अधीन होता है।
दिल्ली को नई दिशा देने हेतु आतिशी मार्लेना के सामने चुनौतियां
- स्कूलों की बुनियादी सुविधाओं में सुधार, शिक्षकों की प्रशिक्षण और समग्र शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता को ऊंचा उठाना।
- महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकना, उनके अधिकारों और अवसरों को बढ़ाना, और महिलाओं के लिए नौकरी और सुरक्षा की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करना।
- उपराज्यपाल के साथ समन्वय बनाए रखना और संविधानिक सीमाओं के भीतर रहते हुए प्रभावी प्रशासन करना।
FAQs Related to New CM of Delhi (आतिशी मार्लेना)
- आतिशी मार्लेना कौन हैं?
उत्तर: आतिशी मार्लेना आम आदमी पार्टी (AAP) की एक प्रमुख नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री हैं, जो शिक्षा और पर्यावरण जैसे विभागों का कार्यभार संभालती हैं।
- आतिशी मार्लेना के पति का नाम क्या है?
उत्तर: आतिशी मार्लेना के पति का नाम प्रवीन सिंह है।
- दिल्ली की नई मुख्यमंत्री कौन हैं?
उत्तर: दिल्ली के नई मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना हैं।
- आतिशी मार्लेना की शिक्षा क्या है?
उत्तर: आतिशी मार्लेना ने सेंट स्टीफन कॉलेज से स्नातक किया है और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से अपनी उच्च शिक्षा प्राप्त की है।
- अरविंद केजरीवाल की पत्नी का नाम क्या है?
उत्तर: अरविंद केजरीवाल की पत्नी का नाम सुनीता केजरीवाल है, जो एक आईआरएस अधिकारी हैं।
- आतिशी मार्लेना का संबंध किस पार्टी से है?
उत्तर: आतिशी मार्लेना का संबंध आम आदमी पार्टी (AAP) से है, और वे पार्टी की महत्वपूर्ण नेता हैं।
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