BRICS Virtual Summit
संदर्भ:
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने 8 सितंबर, सोमवार को ब्राज़ील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा द्वारा बुलाई गई वर्चुअल ब्रिक्स नेताओं की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व किया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य अमेरिका की टैरिफ नीतियों से उत्पन्न हो रही वैश्विक व्यापार की बढ़ती अव्यवस्थाओं पर चर्चा करना था।
सम्मेलन में भारत का रुख (India’s Stand During the Summit)
- भारत का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रणाली के मूल सिद्धांत —
- Non-discriminatory (भेदभाव रहित)
- Rules-based norms (नियम-आधारित मानदंड) को सुरक्षित रखना आवश्यक है।
- विश्व स्तर पर अधिक लचीली (resilient) और विश्वसनीय (reliable) सप्लाई चेन विकसित करने की ज़रूरत है।
- भारत ने जोर दिया कि रचनात्मक (constructive) और सहयोगात्मक दृष्टिकोण अपनाकर ही टिकाऊ (sustainable) व्यापार को बढ़ावा दिया जा सकता है।
यह बैठक क्यों महत्वपूर्ण है:
- इस वर्चुअल सम्मेलन से किसी बड़े नीति बदलाव (policy shift) या संयुक्त बयान की उम्मीद नहीं है जो सीधे अमेरिका को चुनौती दे।
- फिर भी, बैठक अहम है क्योंकि यह दर्शाती है कि अमेरिका की टैरिफ नीतियाँ किस तरह से वैश्विक आर्थिक समीकरणों (global economic alignments) को बदल रही हैं।
- इन नीतियों के कारण उभरती अर्थव्यवस्थाएँ (emerging economies) अब व्यापार से जुड़े मुद्दों पर आपस में अधिक तालमेल (coordination) बनाने को मजबूर हो रही हैं।
- यह बैठक यह भी दिखाती है कि भारत जैसे देशों के सामने पश्चिमी साझेदारों और ब्रिक्स देशों (BRICS counterparts) दोनों के साथ संतुलन बनाने की चुनौती है।
ब्रिक्स (BRICS) के बारे में:
- परिचय: BRICS पाँच प्रमुख उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं का समूह है – ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका।
- हाल ही में मिस्र, इथियोपिया, ईरान, इंडोनेशिया, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) नए पूर्ण सदस्य बने हैं।
- उत्पत्ति (Origin)
- “BRIC” शब्द की अवधारणा 2001 में अर्थशास्त्री जिम ओ’नील ने दी थी।
- एक औपचारिक समूह के रूप में BRIC की शुरुआत 2006 में हुई, जब रूस, भारत और चीन के नेताओं की मुलाक़ात G8 Outreach Summit के दौरान सेंट पीटर्सबर्ग में हुई।
- उसी वर्ष UNGA (संयुक्त राष्ट्र महासभा) के दौरान न्यूयॉर्क में BRIC विदेश मंत्रियों की पहली बैठक में इसे औपचारिक रूप मिला।
- 2010 में दक्षिण अफ्रीका को शामिल किए जाने के बाद इसे BRICS कहा जाने लगा।
- सम्मेलन (Summits)
- 2009 से हर साल BRICS की वार्षिक बैठक/सम्मेलन आयोजित किए जाते हैं।
- हर सदस्य देश बारी-बारी से एक वर्ष के लिए अध्यक्षता करता है और प्राथमिकताएँ तय करता है।
- फैसले आम सहमति (consensus-based decision-making) से लिए जाते हैं।
- वैश्विक योगदान (Global Contribution)
- BRICS विश्व की लगभग 5% जनसंख्या,
- लगभग 40% वैश्विक GDP,
- और लगभग 26% वैश्विक व्यापार का प्रतिनिधित्व करता है।
- मुख्य स्तंभ (Pillars of BRICS)
- राजनीतिक और सुरक्षा सहयोग
- आर्थिक और वित्तीय सहयोग
- सांस्कृतिक और जन-से-जन (people-to-people) आदान-प्रदान
- न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB)
- पहले इसे BRICS Development Bank कहा जाता था।
- यह एक बहुपक्षीय विकास बैंक है, जिसे BRICS देशों ने स्थापित किया।
- यह बैंक सार्वजनिक और निजी परियोजनाओं को ऋण, गारंटी, इक्विटी निवेश और अन्य वित्तीय साधनों के माध्यम से समर्थन देता है।