CCEXEC88 Conference
CCEXEC88 Conference –
संदर्भ:
विश्व खाद्य मानकों के निर्धारण में भारत की भूमिका को एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर सराहना मिली है। कोडेक्स एलीमेंटेरियस आयोग (Codex Alimentarius Commission) की कार्यकारी समिति के 88वें सत्र (CCEXEC 88) के दौरान, जो रोम में आयोजित हुआ, भारत के योगदान को विशेष रूप से महत्वपूर्ण और सक्रिय बताया गया। यह मान्यता भारत की खाद्य सुरक्षा, गुणवत्ता और वैश्विक खाद्य व्यापार में विश्वसनीय भागीदार के रूप में बढ़ती भूमिका को दर्शाती है।
CCEXEC88 सम्मेलन की मुख्य बातें और भारत की भूमिका
- बाजरा मानक निर्माण में नेतृत्व:
- भारत ने Whole Millet Grains (पूर्ण बाजरा अनाज) के लिए समूह मानक (group standard) के निर्माण में अध्यक्षता (Chair) की।
- सह–अध्यक्ष देश: माली, नाइजीरिया और सेनेगल।
- सम्मेलन समिति ने भारत के नेतृत्व की सराहना की।
- यह बाजरा मानक CAC48 (Codex Alimentarius Commission) में अंतिम मंजूरी के लिए प्रस्तावित है।
- कोडेक्स रणनीतिक योजना (2026–2031):
- भारत ने Codex Strategic Plan 2026–2031 पर चर्चा में सक्रिय योगदान दिया।
- भारत ने SMART सिद्धांतों (Specific, Measurable, Achievable, Relevant, Time-bound) पर आधारित आउटकम आधारित सूचकांक (KPIs) की वकालत की।
- इन KPIs को CAC48 में अनुमोदन के लिए अंतिम रूप दिया गया।
- क्षमतावर्धन (Capacity Building):
- भारत ने भूटान, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका और तिमोर–लेस्ते जैसे पड़ोसी देशों में क्षमतावर्धन कार्यक्रमों की जानकारी दी।
- FAO ने इन प्रयासों की सराहना की।
- Codex Trust Fund (CTF) का प्रोत्साहन:
- भारत ने कम सक्रिय सदस्य देशों से आग्रह किया कि वे CTF का उपयोग करें:
- Mentorship (मार्गदर्शन)
- Twinning Programmes (साझेदारी सहयोग) के लिए।
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