Cyclone Montha
संदर्भ:
चक्रवात ‘मोंथा’ एक गंभीर चक्रवाती तूफान (Severe Cyclonic Storm) के रूप में आंध्र प्रदेश तट को पार करने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, यह तूफान मछलीपट्टनम और काकीनाड़ा के बीच, काकीनाड़ा के आसपास के क्षेत्र में तट से टकरा सकता है। इसके प्रभाव से तेज़ हवाएं, भारी वर्षा और समुद्र में ऊँची लहरें उठने की आशंका जताई गई है, जिसके चलते तटीय क्षेत्रों में चेतावनी और निकासी कार्य तेज़ कर दिए गए हैं।
चक्रवात मोंथा – मुख्य तथ्य:
- तीव्रता (Intensity):
- भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मोंथा को गंभीर चक्रवाती तूफान (Severe Cyclonic Storm) के रूप में वर्गीकृत किया।
- हवा की रफ्तार: 90–100 किमी/घंटा, झोंके 110 किमी/घंटा तक।
- मार्ग और भूमि पर प्रवेश (Path and Landfall):
- यह चक्रवात उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ा।
- आंध्र प्रदेश तट (मचिलीपट्टनम और काकीनाडा के बीच) से टकराया।
- प्रभावित क्षेत्र (Affected Areas):
- आंध्र प्रदेश के तटीय जिले: तेज़ हवाएँ, भारी वर्षा और समुद्री जलभराव।
- ओडिशा और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में भी वर्षा हुई।
- प्रशासनिक प्रतिक्रिया (Government Response):
- आंध्र प्रदेश और ओडिशा में उच्च सतर्कता (High Alert) जारी की गई।
- कमजोर इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया (Evacuation)।
- आपदा राहत दल को तैनात किया गया।
चक्रवात मोंथा का नामकरण (Naming of Cyclone Montha):
- नाम किसने दिया: थाईलैंड (Thailand) ने “मोंथा” नाम दिया है।
- अर्थ (Meaning): थाई भाषामें “मोंथा” का अर्थ है –“सुगंधित फूल” या “सुंदर फूल”
- नाम सूची (Name List): यह नामविश्व मौसम संगठन (WMO) औरसंयुक्त राष्ट्र एशिया एवं प्रशांत के लिए आर्थिक और सामाजिक आयोग (UN-ESCAP) द्वारा तैयार की गई चक्रवात नामों की सूची में शामिल है।
- सदस्य देश (Member Countries): इस सूची में13 सदस्य देशशामिल हैं, जो उत्तर हिंद महासागर क्षेत्र (North Indian Ocean Region) में आने वाले चक्रवातों की निगरानी करते हैं और नाम सुझाते हैं।
चक्रवात कैसे बनते हैं? (Formation of Cyclones):
- निम्न दाब केंद्र: जब समुद्र का तापमान26°C से अधिकहो जाता है, तो गर्म हवा ऊपर उठती है और वहाँ निम्न दाब क्षेत्र (Low Pressure Zone) बन जाता है।
- संघनन और ऊर्जा: ऊपर उठती नम हवा ठंडी होकरसंघनित (Condense)होती है।
- इस प्रक्रिया में गुप्त ऊष्मा निकलती है, जो चक्रवात को ऊर्जा देती है और उसे तीव्र बनाती है।
- कोरिओलिस प्रभाव: पृथ्वी के घूमने से हवाएँ मुड़कर घूमने लगती हैं —
- उत्तरी गोलार्ध में:वामावर्त दिशा में।
- दक्षिणी गोलार्ध में:दक्षिणावर्त दिशा में।
इसी कारण चक्रवात घूमता हुआ तूफान बनता है।
चक्रवातों का नामकरण (Naming of Cyclones):
- जिम्मेदार संस्था (Responsible Body):
- उत्तर हिंद महासागर (North Indian Ocean) क्षेत्र में चक्रवातों का नामकरण WMO/ESCAP Panel on Tropical Cyclones (PTC) द्वारा किया जाता है।
- यह विश्व मौसम संगठन (WMO) और संयुक्त राष्ट्र एशिया एवं प्रशांत आयोग (ESCAP) की संयुक्त पहल है।
- सदस्य देश (Member Countries – 13 देश):
भारत, बांग्लादेश, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, श्रीलंका, थाईलैंड, मालदीव, ईरान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, और यमन। - नामकरण प्रक्रिया (Naming Process):
- प्रत्येक देश 13 नामों का सुझाव देता है।
- भारत मौसम विभाग (IMD) इस सूची को संभालता है और जब नया चक्रवात बनता है, तो क्रमवार नाम दिया जाता है।
- वर्तमान सूची 2020 में जारी की गई थी, जिसमें कुल 169 नाम शामिल हैं।

