Download Today Current Affairs PDF
संदर्भ:
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने आधिकारिक रूप से जॉर्जिया को मलेरिया मुक्त घोषित किया है। वैश्विक स्तर पर दशकों की कोशिशों के बावजूद, मलेरिया हर साल 240 मिलियन से अधिक मामले और 6 लाख से ज्यादा मौतों का कारण बनता है।
मलेरिया के बारे में:
- कारण:
- मलेरिया Plasmodium परजीवी के कारण होता है, जो संक्रमित मादा एनोफिलीज़ (Anopheles) मच्छर के काटने से फैलता है।
- 5 प्रकार के प्लाज्मोडियम परजीवी मानव को संक्रमित कर सकते हैं, जिनमें P. falciparum और P. vivax सबसे घातक हैं।
- प्रसार क्षेत्र:
- मलेरिया मुख्य रूप से अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका और एशिया के उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है।
- संक्रमण प्रक्रिया:
- संक्रमित व्यक्ति को काटने के बाद मच्छर मलेरिया परजीवी को ग्रहण करता है।
- जब वही मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है, तो परजीवी रक्तप्रवाह के माध्यम से यकृत (liver) में प्रवेश करता है।
- यकृत में परजीवी परिपक्व होकर लाल रक्त कोशिकाओं (RBCs) को संक्रमित करता है।
- लक्षण: तेज़ बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और थकान।
- निवारण और उपचार:
- मलेरिया एक रोके जाने योग्य और इलाज योग्य रोग है।
- रोकथाम के लिए मच्छर नियंत्रण, मच्छरदानी और एंटी-मलेरिया दवाओं का उपयोग किया जाता है।
विश्व मलेरिया दिवस (World Malaria Day):
- तिथि: विश्व मलेरिया दिवस हर वर्ष 25 अप्रैल को मनाया जाता है।
- उद्देश्य:
- मलेरिया उन्मूलन के लिए वैश्विक प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करना।
- मलेरिया से होने वाली पीड़ा और मृत्यु दर को कम करने के लिए जागरूकता और कार्रवाई को बढ़ावा देना।
- देशों को मलेरिया उन्मूलन के लिए प्रेरित करना और स्वास्थ्य एवं आजीविका में सुधार करना।
वैश्विक परिदृश्य (Global Scenario):
- विश्व मलेरिया रिपोर्ट 2024 के अनुसार 2023 में वैश्विक स्तर पर 263 मिलियन (3 करोड़) मलेरिया के मामले दर्ज किए गए, जो 2022 की तुलना में 11 मिलियन अधिक हैं।
- मलेरिया से वैश्विक मृत्यु दर 597,000 रही, जो 2020 के 622,000 मौतों से कम है।
- WHO अफ्रीकी क्षेत्र (African Region) ने 2023 में 94% वैश्विक मलेरिया मामले और 95% मौतें दर्ज कीं।
- पांच देशों में कुल वैश्विक मलेरिया मामलों का 52% देखा गया:
- नाइजीरिया (26%), कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य , युगांडा (5%), इथियोपिया (4%), मोज़ाम्बिक (4%)
- 2015 से अब तक 9 देश मलेरिया मुक्त घोषित किए गए, जिनमें 2024 में मिस्र भी शामिल है।
भारत में मलेरिया नियंत्रण की उपलब्धियाँ:
- स्वतंत्रता के समय:
- भारत में प्रति वर्ष 5 करोड़ मलेरिया मामले और 8 लाख मौतें होती थीं।
- यह देश के लिए एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती थी।
- निरंतर प्रयासों से:
- मलेरिया मामलों में 97% की कमी आई, जो अब घटकर 20 लाख वार्षिक रह गए हैं।
- मलेरिया से मौतों की संख्या 2023 तक केवल 83 रह गई।
- 2017-2024 की प्रमुख उपलब्धियाँ
- 2015 में मलेरिया मामले 11,69,261 थे, जो 2023 में घटकर 2,27,564 रह गए – 80% की कमी।
- मलेरिया से मौतों की संख्या 2015 में 384 थी, जो 2023 में घटकर 83 रह गई।
- “वार्षिक रक्त परीक्षण दर” (Annual Blood Examination Rate) 2015 में 58 से बढ़कर 2023 में 11.62 हो गई, जिससे शीघ्र पहचान और रोकथाम में मदद मिली।