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कृषि संरक्षणवाद ने भारत के आयात शुल्क को बढ़ाया

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संदर्भ:

भारत के आयात शुल्क अमेरिका की तुलना में पांच गुना अधिक हैं और यह BRICS देशों में सबसे ऊंचे हैं। यह नीति घरेलू उद्योगों की सुरक्षा के उद्देश्य से अपनाई गई है।

भारत और अमेरिका में औसत आयात शुल्क की तुलना:

  • भारत का औसत आयात शुल्क (Import Tariff) 2023 में 17% था, जो अमेरिका की तुलना में 5 गुना अधिक है।
  • अमेरिका का औसत आयात शुल्क केवल 3.3% है।
  • हालांकि, दोनों देशों में शुल्क लगाने वाले उत्पादों की संख्या लगभग समान है।

BRICS देशों में भारत का सबसे उच्च आयात शुल्क:

  • भारत का औसत आयात शुल्क (17%) BRICS देशों में सबसे अधिक है।
  • ब्राजील: 11%
  • दक्षिण अफ्रीका और चीन: 7%+
  • रूस: 6.6%
  • यूरोपीय संघ (EU): 5%

भारत में कृषि और गैर-कृषि आयात शुल्क:

  • कृषि उत्पादों पर आयात शुल्क: 38% से अधिक (2018–2023), केवल 2020 को छोड़कर।
  • गैर-कृषि उत्पादों पर आयात शुल्क: हमेशा 15% से कम।

कृषि उत्पादों पर उच्च आयात शुल्क के कारण:

  1. घरेलू किसानों की सुरक्षा– सस्ते आयात से भारतीय किसानों को बचाने के लिए।
  2. खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना– घरेलू उत्पादन को प्राथमिकता देना।
  3. ग्रामीण आजीविका की रक्षा– कृषि में बड़ी आबादी को रोजगार मिलता है।
  4. निम्न कृषि निवेश की भरपाई– कुल राष्ट्रीय निवेश का केवल 6% कृषि क्षेत्र में जाता है।

कृषि संरक्षणवाद:

  • भारत में कृषि उत्पादों पर उच्च शुल्क:
    • अनुपातिक रूप से अधिक शुल्क– कृषि उत्पादों पर आयात शुल्क हमेशा गैर-कृषि उत्पादों की तुलना में दोगुना से अधिक रहा है।
    • औसत शुल्क– कृषि उत्पादों पर शुल्क 38% से अधिक रहा है, हालांकि 2020 में इसमें कुछ कमी आई थी।
    • उच्च शुल्क वाले उत्पाद– कृषि और डेयरी उत्पाद, पेय पदार्थ तथा तंबाकू, जिन पर 30% से अधिक शुल्क लगाया जाता है।
  • क्षेत्रवार आयात शुल्क रुझान (2018–2023)
    • उच्च शुल्क (>30%)– कृषि, डेयरी, पेय पदार्थ, तंबाकू।
    • घटते शुल्क– परिवहन उपकरण, कपास, वस्त्र।
    • बढ़ते शुल्क– विद्युत मशीनरी, चमड़ा/जूते, कुछ तैयार उत्पाद।

भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों पर प्रभाव:

  • अमेरिका का व्यापार घाटा और भारत का निर्यात
    • अमेरिका की चिंता– भारत द्वारा अमेरिका को बढ़ते निर्यात से व्यापार असंतुलन (trade imbalance) पर अमेरिका की चिंता बढ़ी है।
    • भारत का निर्यात– भारत से अमेरिका को $53 अरब (FY25, अप्रैल-नवंबर) का निर्यात हुआ।
    • भारत का व्यापार अधिशेष– भारत के कुल निर्यात का 18% अमेरिका को जाता है (जो एक दशक पहले 15% था)।
  • पारस्परिक शुल्क (Reciprocal Tariffs):
    • अमेरिकी दबाव– राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने “अनुचित” व्यापार प्रथाओं वाले देशों पर पारस्परिक शुल्क (reciprocal tariffs) लगाने का प्रस्ताव रखा था, जिससे भारत पर अपने कृषि शुल्क कम करने का दबाव बढ़ सकता है।
    • भारत की प्रतिक्रिया– भारत ने हाल ही में बोर्बन व्हिस्की पर शुल्क 150% से घटाकर 100% किया है।

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