Asteroid 2024 YR4
संदर्भ:
नासा ने हाल ही में क्षुद्रग्रह 2024 YR4 के आकलन को अद्यतन किया है, जो पहले पृथ्वी के लिए संभावित खतरा माना गया था। अब, नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, इस क्षुद्रग्रह के 22 दिसंबर 2032 को चंद्रमा से टकराने की संभावना 3.8% है। यह संभावना पहले के 1.7% के अनुमान से दोगुनी से अधिक हो गई है।
- यह क्षुद्रग्रह दिसंबर 2024 में चिली के एटलस टेलीस्कोप द्वारा खोजा गया था और इसका आकार लगभग 60 मीटर है।हालांकि पृथ्वी पर इसके टकराने की संभावना लगभग शून्य है, लेकिन चंद्रमा से टकराने की स्थिति में यह एक बड़ा गड्ढा बना सकता है और वैज्ञानिकों को चंद्रमा की सतह पर वास्तविक समय में प्रभाव का अध्ययन करने का एक दुर्लभ अवसर प्रदान कर सकता है।
क्षुद्रग्रह 2024 YR4: निकट–पृथ्वी क्षुद्रग्रह–
- खोज: दिसंबर 2024
- खोजकर्ता: ATLAS टेलीस्कोप (चिली)
- प्रकार: निकट-पृथ्वी क्षुद्रग्रह (NEA)
- पृथ्वी से दूरी: कक्षा पृथ्वी के 1.3 AU (खगोलीय इकाई) के भीतर पहुंचती है
आकार और विशेषताएं:
- आकार: लगभग 65 मीटर चौड़ा (10-मंजिला इमारत जितना)
- अद्वितीय कक्षा: असामान्य पथ के कारण वैज्ञानिक रुचि का केंद्र
संभावित प्रभाव और जोखिम:
- प्रारंभिक संभावना:
- 2032 में पृथ्वी से टकराने की संभावना 3.1%
- नासा द्वारा उच्चतम स्तर की चेतावनी जारी
- पुनः आकलन:
- पृथ्वी पर प्रभाव की संभावना से इनकार
- चंद्रमा से टकराने की संभावना 3.8% (22 दिसंबर, 2032)
संभावित प्रभाव के परिणाम:
- चंद्रमा पर प्रभाव:
- क्रेटर का आकार: 500 से 2,000 मीटर चौड़ा
- ऊर्जा: हिरोशिमा बम से 340 गुना अधिक
- वैज्ञानिक महत्व:
- 140 मीटर से छोटा होने के बावजूद असामान्य कक्षा के कारण वैश्विक ध्यान केंद्रित
अवलोकन और भविष्यवाणियां:
निकट भविष्य:
- 2028 में निकट-पृथ्वी के पास से गुजरने के दौरान अवलोकन जारी
- कक्षा की सटीक भविष्यवाणी के लिए निरंतर अध्ययन
क्षुद्रग्रह: प्रारंभिक सौर मंडल के अवशेष–
परिचय:
- क्षुद्रग्रह चट्टानी और बिना वायुमंडल वाले अवशेष हैं।
- ये लगभग 6 अरब वर्ष पहले सौर मंडल के प्रारंभिक निर्माण से बने हैं।
स्थिति और आकार:
- मुख्य स्थान:
- अधिकतर मंगल और बृहस्पति के बीच स्थित क्षुद्रग्रह पट्टी में पाए जाते हैं।
- कुछ क्षुद्रग्रह पृथ्वी की कक्षा को पार करते हुए भी देखे जाते हैं।
- आकार: कुछ मीटर से लेकर सैकड़ों किलोमीटर तक के आकार में उपलब्ध।
वर्गीकरण:
- मुख्य पट्टी क्षुद्रग्रह : मंगल और बृहस्पति के बीच स्थित।
- ट्रोजन क्षुद्रग्रह: किसी ग्रह की कक्षा को साझा करते हुए लग्रांज बिंदुओं पर स्थित।
- निकट–पृथ्वी क्षुद्रग्रह: कक्षाएँ पृथ्वी के पथ के करीब या इसे पार करती हैं।