Download Today Current Affairs PDF
संदर्भ:
बंगस घाटी: जम्मू और कश्मीर सरकार ने उत्तर कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास स्थित दूरस्थ पर्यटन स्थल बंगस के लिए नए नियमों की घोषणा की है। इस पहल का उद्देश्य इसे एक इकोटूरिज्म गंतव्य के रूप में विकसित करना है।
बंगस घाटी / Bangus Valley: भौगोलिक स्थिति (Location)
- स्थान: कुपवाड़ा जिला, जम्मू-कश्मीर
- दूरी: श्रीनगर से लगभग 100 किमी
- पर्वत श्रृंखला: पीर पंजाल (Pir Panjal)
- नजदीकी सीमा: नियंत्रण रेखा (LoC) के पास
दो प्रमुख घाटियाँ (Two Main Valleys)
- बौड बंगस (Boud Bangus) – “बड़ा बंगस“
- क्षेत्रफल: लगभग 300 वर्ग किमी
- राजवार, मावर और शमसबरी पर्वत श्रृंखलाओं से घिरा हुआ
- लोकुट बंगस (Lokut Bangus) – “छोटा बंगस“
- बड़ा बंगस के उत्तर-पूर्व में स्थित।
- प्रसिद्ध ट्रेकिंग मार्गों के लिए जाना जाता है।
नाम का अर्थ (Etymology): संस्कृत शब्द “वन” (Van) + “गुस” (Gus) से बना, जिसका अर्थ “घास का जंगल” है।
संपर्क मार्ग:
- हंदवाड़ा – रेश्वारी मावर मार्ग: सबसे छोटा और लोकप्रिय मार्ग।
- हंदवाड़ा – राजवार मार्ग: ट्रेकिंग के लिए उपयुक्त।
- कुपवाड़ा – चौकीबाल मार्ग: निर्माणाधीन, 2025 तक पूरा होने की संभावना।
- सड़क कनेक्टिविटी (Handwara Route): जून 2022 में पूरी हो चुकी।
बंगस घाटी का पारिस्थितिक महत्व:
- जैव विविधता (Biodiversity)
- 50+ पशु प्रजातियाँ, 10+ पक्षी प्रजातियाँ
- प्रमुख स्तनधारी (Mammals):
- कस्तूरी मृग (Musk Deer), बारहसिंगा ।
- हिम तेंदुआ (Snow Leopard), भूरा भालू
- काला भालू (Black Bear), लाल लोमड़ी (Red Fox), बंदर (Monkeys)
- प्रमुख पक्षी (Bird Species):
- ट्रागोपान (Tragopan), मोनाल फिजेंट
- काला तीतर (Black Partridge), बुश बटेर (Bush Quail), जंगली मुर्गा (Wild Fowl)
- वनस्पति (Flora)
- औषधीय पौधों और जंगली फूलों से समृद्ध
- पारंपरिक हर्बल चिकित्सा में सहायक
- जल संरक्षण (Water Conservation)
- 14 प्रमुख जलधाराएँ (जैसे – रोशन कुल, टिलवान कुल, दौदा कुल)
- ये धाराएँ पोहुरु नदी (Pohru River) को पोषण देती हैं।
- जलवायु संवेदनशीलता (Climate Sensitivity)
- ग्लेशियर पिघलने और बदलते वर्षा पैटर्न के कारण खतरे में।
- पर्यावरण संरक्षण आवश्यक ताकि पारिस्थितिकी तंत्र सुरक्षित रहे।