संदर्भ:
बर्ड फ्लू (Bird Flu): आंध्र प्रदेश सरकार ने राज्य के छह जिलों — पश्चिम गोदावरी, पूर्वी गोदावरी, कर्नूल, एलुरु, एनटीआर और काकीनाडा — में बर्ड फ्लू के प्रकोप की आधिकारिक पुष्टि की है। इन क्षेत्रों को संक्रमित क्षेत्र और निगरानी क्षेत्र घोषित किया गया है। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सख्त जैव-सुरक्षा उपाय और नियंत्रण कदम उठाए जा रहे हैं।
बर्ड फ्लू (Bird Flu) क्या है?
बर्ड फ्लू एक इन्फ्लुएंजा A वायरस के अलग-अलग स्ट्रेनों के कारण होता है, जो जंगली और घरेलू दोनों प्रकार के पक्षियों में फैलता है।
- ज्यादातर स्ट्रेन इंसानों को संक्रमित नहीं करते, लेकिन H5N1 जैसे कुछ स्ट्रेन गंभीर बीमारी फैला सकते हैं।
- यह बीमारी पक्षियों के बीच बहुत तेजी से फैलती है और पोल्ट्री व जंगली पक्षियों में बड़े स्तर पर संक्रमण का कारण बनती है।
बर्ड फ्लू (Bird Flu) संक्रमण कैसे फैलता है?
- पक्षी से पक्षी: यह बीमारी संक्रमित जंगली या घरेलू पक्षियों के बीच आसानी से फैलती है।
- पक्षी से इंसान: संक्रमित पक्षियों, उनके लार, मल-मूत्र या दूषित सतहों के संपर्क में आने से इंसानों में संक्रमण हो सकता है।
- इंसान से इंसान: बहुत दुर्लभ मामलों में, संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से अन्य इंसानों को भी संक्रमण हो सकता है, खासकर जब मरीज की देखभाल की जा रही हो।
- जोखिम कारक: संक्रमित पक्षियों, उनके मल, लार या दूषित सतहों के संपर्क में आना सबसे बड़ा जोखिम है।
बर्ड फ्लू (Bird Flu) के इंसानों में लक्षण:
- सामान्य लक्षण: बुखार, खांसी, गले में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, सांस लेने में दिक्कत।
- अन्य लक्षण: कुछ मामलों में आंखों में संक्रमण (Conjunctivitis) या पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
- गंभीर मामले: निमोनिया या मौत का खतरा भी हो सकता है।