BRICS
संदर्भ:
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ब्राज़ील के रियो डी जेनेरियो में 6-7 जुलाई को होने वाले ब्रिक्स (BRICS) शिखर सम्मेलन में भाग लेने की संभावना है।
- ब्रिक्स देशों का 16वां शिखर सम्मेलन वर्ष 2024 में रूस के कज़ान शहर में 22 से 24 अक्टूबर के बीच आयोजित किया गया। यह सम्मेलन“न्यायसंगत वैश्विक विकास और सुरक्षा के लिए बहुपक्षवाद को सशक्त बनाना“ विषयवस्तु (थीम) के तहत संपन्न हुआ, जिसमें सदस्य देशों ने वैश्विक सहयोग, विकास और सामूहिक सुरक्षा पर केंद्रित विचार-विमर्श किया।
डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी:
- अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने BRICS देशों को लेकर सख्त रुख अपनाया।
- उन्होंने BRICS को “मृत” (dead) घोषित करते हुए चेतावनी दी कि:
- यदि BRICS देश संयुक्त मुद्रा (common currency) लाने या डॉलर की वैश्विक भूमिका को कमजोर करने की कोशिश करते हैं,
- तो अमेरिका BRICS देशों से होने वाले सभी आयात पर 100% टैरिफ लगाएगा।
BRICS की डीडॉलराइजेशन रणनीति:
- BRICS (ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) डॉलर पर निर्भरता को घटाने की दिशा में सक्रिय हैं।
- BRICS शिखर सम्मेलन 2023 में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने:
- राष्ट्रीय मुद्राओं में व्यापार और
- बैंकिंग सहयोग बढ़ाने की अपील की थी।
- जून 2024 में BRICS विदेश मंत्रियों की बैठक में:
- स्थानीय मुद्राओं का उपयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता दोहराई गई।
- व्यापार और वित्तीय लेनदेन को डॉलर से मुक्त करने की दिशा में सहमति बनी।
BRICS: एक वैश्विक शक्ति समूह की रूपरेखा–
परिचय–
- 2001 में “BRIC” शब्द का प्रयोग अर्थशास्त्री जिम ओ’नील ने किया, जिसमें ब्राज़ील, रूस, भारत और चीन को उभरती आर्थिक शक्तियाँ बताया गया।
- 2010 में दक्षिण अफ्रीका के जुड़ने के बाद यह समूह BRICS बन गया, जिससे यह पांच महाद्वीपों (लैटिन अमेरिका, यूरेशिया, अफ्रीका, एशिया) का प्रतिनिधित्व करने लगा।
विस्तार (Expansion)
- अब कुल 10 पूर्ण सदस्य: जैसे इंडोनेशिया, मिस्र, ईरान आदि।
- 8 साझेदार देश (Partner Countries) भी शामिल हैं।
- समूह का प्रतिनिधित्व:
- वैश्विक GDP का लगभग 41%
- और दुनिया की आधी जनसंख्या करता है।
उद्देश्य (Core Objectives)
- सदस्य देशों के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ावा देना।
- New Development Bank (NDB) और Contingent Reserve Arrangement (CRA) जैसे संस्थानों के माध्यम से आर्थिक सुरक्षा बढ़ाना।
- IMF और विश्व बैंक जैसी संस्थाओं में विकासशील देशों की आवाज़ को मज़बूत करना।
- सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और बहुध्रुवीय वैश्विक व्यवस्था (Multipolarity) पर मिलकर काम करना।
- Global South की एकता और आवाज़ को मजबूत बनाना।
प्रमुख उपलब्धियाँ (Key Achievements)
- वैश्विक व्यापार और निवेश में अग्रणी भूमिका: चीन अकेले 2024 में वैश्विक GDP (PPP) का 19% प्रदान करता है।
- नवीकरणीय ऊर्जा और प्रौद्योगिकी में सहयोग: ऊर्जा, AI और डिजिटल व्यापार जैसे क्षेत्रों में रणनीतिक साझेदारी।
- New Development Bank (NDB) और CRA:
- ये पश्चिमी-नेतृत्व वाली संस्थाओं के विकल्प के रूप में काम करते हैं।
- विकासशील देशों को वित्तीय सहायता और स्थिरता प्रदान करते हैं।