Cuon alpinus Dhole
Cuon alpinus Dhole –
संदर्भ:
पूर्वोत्तर भारत में स्थानीय रूप से विलुप्त माने जाने वाला ढोल या एशियाई जंगली कुत्ता (Cuon alpinus) अब असम के काजीरंगा–कार्बी आंगलोंग परिदृश्य (KKAL) में दोबारा दिखाई दिया है। यह हालिया पुष्टि भारतीय वन्यजीव संस्थान (WII) द्वारा की गई है।
- पूर्वोत्तर भारत में ढोल की आखिरी पुष्टि हुई उपस्थिति वर्ष 2011 में नागालैंड से दर्ज की गई थी। यह पुनःअवस्थिति क्षेत्र की जैव विविधता के संरक्षण के लिए एक सकारात्मक संकेत मानी जा रही है।
ढोल (Dhole): एक संकटग्रस्त सामाजिक शिकारी:
सामाजिक व्यवहार:
- अत्यधिक सामाजिक प्राणी — सामान्यतः 30 सदस्यों तक के झुंड में रहते हैं।
- शिकार करते समय अकेले या जोड़े में भी देखे जा सकते हैं, यह शिकार की उपलब्धता पर निर्भर करता है।
आयु सीमा:
- जंगली में: 10–13 वर्ष
- कैद में: अधिकतम 16 वर्ष तक
मुख्य खतरे:
- आवासीय क्षेत्र का क्षय (Habitat loss)
- शिकार की घटती उपलब्धता (Prey depletion)
- मानवों द्वारा प्रताड़ना
- संक्रामक रोग
- अन्य शिकारी प्रजातियों से प्रतिस्पर्धा
- इन कारणों से इनकी जनसंख्या खंडित हो रही है।
वितरण क्षेत्र:
वर्तमान में केवल मध्य और पूर्वी एशिया के कुछ हिस्सों तक सीमित: भारत, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, चीन, म्यांमार, इंडोनेशिया, थाईलैंड, मलेशिया