Dhammachakkappavattana Day
संदर्भ:
संस्कृति मंत्रालय के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध महासंघ (IBC) महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया के सहयोग से आषाढ़ पूर्णिमा—धम्मचक्कप्पवत्तन दिवस का भव्य आयोजन करेगा। यह दिवस भगवान बुद्ध के प्रथम उपदेश को स्मरण करने और बौद्ध धर्म के मूल सिद्धांतों के प्रचार-प्रसार के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
Āshāḍha Pūrṇimā और International Buddhist Confederation (IBC): प्रमुख जानकारी
Āshāḍha Pūrṇimā
- यह दिन धम्म चक्र प्रवर्तन (First Turning of the Wheel of Dhamma) को चिह्नित करता है —
- जब भगवान बुद्ध ने सारनाथ में अपने पाँच तपस्वी साथियों (pañcavargiya) को पहला उपदेश दिया था।
- यह अवसर वर्षा वास (Varsha Vassa) की शुरुआत का भी प्रतीक है, जिसे बौद्ध भिक्षु और भिक्षुणियाँ पूरी दुनिया में मनाते हैं।
International Buddhist Confederation (IBC)
- स्थापना: वर्ष 2012, नई दिल्ली में हुए Global Buddhist Congregation के बाद
- यह विश्व की पहली ऐसी संस्था है जो बौद्ध संगठनों, मठीय व्यवस्थाओं और गृहस्थ संस्थाओं को एक साथ लाती है।
- 39 देशों और 320 से अधिक सदस्य संस्थाओं की भागीदारी
उद्देश्य (Mission)
- बौद्ध मूल्यों को वैश्विक विमर्श में शामिल करना,
- सद्भाव, करुणा और आध्यात्मिक संवाद को बढ़ावा देना
- संगठन की दृष्टि है — एकता, करुणा और धर्म का प्रचार
मुख्यालय: नई दिल्ली
शासन संरचना:
- मठवासी (monastic) और गृहस्थ (lay) दोनों का सम्मिलित प्रतिनिधित्व
- यह सामूहिक उत्तरदायित्व और बुद्ध धम्म की रक्षा व प्रचार के सिद्धांत को दर्शाता है