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संदर्भ:
बर्फ शैवाल: एक नए अध्ययन के अनुसार, गहरे रंग के सूक्ष्म शैवाल (microalgae) ग्रीनलैंड की बर्फ की चादर के पिघलने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। ये शैवाल तेज़ी से पोषक तत्वों को अवशोषित कर बढ़ते हैं और बर्फ की सतह पर तेजी से फैलते हैं, जिससे बर्फ का रंग गहरा होकर पिघलने की दर बढ़ जाती है। यह अध्ययन Nature Communications में प्रकाशित हुआ।
ग्लेशियर बर्फ शैवाल (Ice Algae) ग्रीनलैंड बर्फ चादर पिघलने में योगदान
मुख्य निष्कर्ष (Key Findings):
- बर्फ पर शैवाल (Ice Algae) का प्रभाव: गहरे रंग के सूक्ष्म शैवाल (microalgae) उजागर बर्फ की सतह पर तेजी से बढ़ते हैं।
- बर्फ शैवाल (Ice Algae) वार्षिक और बहुवर्षीय समुद्री, स्थलीय झील बर्फ या ग्लेशियर बर्फ में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के शैवाल समुदाय हैं।
- बर्फ पिघलने की प्रक्रिया: इन शैवालों का गहरा रंग बर्फ की परावर्तकता (reflectivity) को कम करता है, जिससे अधिक गर्मी अवशोषित होती है और बर्फ तेजी से पिघलती है।
- पोषक तत्वों का कुशल उपयोग: यह शैवाल फॉस्फोरस को संग्रहित कर उच्च कार्बन-से-पोषक तत्व (carbon-to-nutrient) अनुपात बनाए रखते हैं, जिससे वे पोषक तत्वों की कमी वाले क्षेत्रों में भी जीवित रह सकते हैं।
- महत्व: अध्ययन इस बात पर जोर देता है कि जलवायु पूर्वानुमानों (climate projections) में जैविक कारकों (biological factors) को शामिल करना आवश्यक है।
- वैश्विक प्रभाव: आल्प्स, हिमालय और अलास्का में भी बर्फ पर शैवाल पाए गए हैं, जिससे संकेत मिलता है कि ऐसे जैविक कारक वैश्विक स्तर पर ग्लेशियरों के पिघलने में योगदान कर सकते हैं।
प्रभाव (Impacts):
- महासागरीय धाराओं में बाधा: बर्फ पिघलने से बड़ी मात्रा में मीठा पानी समुद्र में मिलता है, जिससे अटलांटिक मेरीडियनल ओवरटर्निंग सर्कुलेशन (AMOC) जैसी ताप-लवण परिसंचरण (thermohaline circulation) प्रभावित होती है।
- समुद्री और ध्रुवीय पारिस्थितिकी तंत्र पर प्रभाव: मीठे पानी का समुद्र में प्रवाह लवणता (salinity) और पोषक चक्र (nutrient cycles) को बदल देता है, जिससे समुद्री खाद्य श्रृंखला प्रभावित होती है।
- वैश्विक जलवायु पर प्रभाव: बर्फ के गहरे रंग के कारण यह अधिक गर्मी अवशोषित करती है, जिससे आर्कटिक क्षेत्र की तापमान वृद्धि दोगुनी तेजी से हो रही है।
- समुद्र स्तर में तेजी से वृद्धि: ग्रीनलैंड आइस शीट (Greenland Ice Sheet) वैश्विक समुद्र स्तर में वृद्धि का सबसे बड़ा कारण है।
ग्रीनलैंड के बारे में (About Greenland)
- विश्व का सबसे बड़ा गैर–महाद्वीपीय द्वीप: ग्रीनलैंड उत्तरी अटलांटिक महासागर में, उत्तरी अमेरिका और यूरोप के महाद्वीपों के बीच स्थित है।
- भौगोलिक स्थिति: इसे उत्तरी अमेरिका महाद्वीप का हिस्सा माना जाता है।
- सीमाएँ:
- उत्तर में आर्कटिक महासागर
- पूर्व में ग्रीनलैंड सागर
- दक्षिण-पूर्व में उत्तरी अटलांटिक महासागर
- दक्षिण-पश्चिम में डेविस जलडमरूमध्य
- पश्चिम में बैफिन खाड़ी
- राजनीतिक स्थिति: ग्रीनलैंड पहले डेनमार्क का उपनिवेश था, लेकिन अब यह एक स्वायत्त प्रांत (autonomous province) है।
- जलवायु: यह ध्रुवीय क्षेत्र (polar zone) में स्थित है, जहाँ सर्दियों में तापमान -50°C तक गिर सकता है और गर्मियों में 10-15°C से अधिक नहीं जाता। इसके विशाल आकार के कारण अलग-अलग क्षेत्रों में तापमान में भिन्नता हो सकती है।
- उच्चतम बिंदु: गुनब्योर्न्स फेल्ड (Gunnbjorn’s Fjeld)
- राजधानी: नूक (Nuuk)