Glutathione
संदर्भ:
अभिनेत्री शेफाली जरीवाला की हालिया मृत्यु ने ग्लूटाथायोन इंजेक्शनों को एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया है। हालांकि मौत के सटीक कारण की जांच जारी है, रिपोर्ट्स के अनुसार उन्होंने यह इंजेक्शन एंटी–एजिंग ट्रीटमेंट के तहत लिए थे। यह घटना कॉस्मेटिक उपचारों की सुरक्षा और विनियमन पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
ग्लूटाथायोन (Glutathione):
क्या है ग्लूटाथायोन ?
- ग्लूटाथायोन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है जिसे हमारा लीवर स्वाभाविक रूप से उत्पन्न करता है।
- इसे अक्सर “सभी एंटीऑक्सिडेंट्स की जननी” कहा जाता है।
मुख्य लाभ:
- त्वचा की मरम्मत और निखार में सहायक
- रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है
- बुढ़ापे की प्रक्रिया को धीमा करता है
- फ्री रेडिकल्स को निष्क्रिय करता है
- कैंसर कोशिकाओं से लड़ने में मदद करता है
उम्र के साथ कमी:
- जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, शरीर में ग्लूटाथायोन का उत्पादन कम हो जाता है।
- इस कारण कई लोग ओरल सप्लिमेंट्स या इंजेक्शन के माध्यम से इसकी पूर्ति करते हैं।
प्रभाव और दुष्प्रभाव: उच्च मात्रा में, विशेषकर इंजेक्शन के रूप में, इसके उपयोग से हो सकते हैं गंभीर साइड इफेक्ट्स:
- एलर्जिक रिएक्शन
- कम रक्तचाप (Low BP)
- गुर्दे की क्षति (Kidney Damage)
- शरीर के प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट संतुलन में हस्तक्षेप
भारत में नियमन:
- CDSCO (Central Drugs Standard Control Organisation) — भारत की औषधि एवं सौंदर्य प्रसाधन नियामक संस्था — ने त्वचा को गोरा करने के लिए ग्लूटाथायोन के उपयोग को मंजूरी नहीं दी है।
- इसके बावजूद, यह “ऑफ-लेबल” उपयोग के तौर पर व्यापक रूप से प्रयोग किया जा रहा है।