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गुरुत्वाकर्षण ऊर्जा भंडारण (Gravitational Energy Storage) एक नई तकनीक के रूप में उभर रहा है जो सौर और पवन ऊर्जा के परिवर्तनीय और अप्रत्याशित उत्पादन से जुड़ी चुनौतियों को हल करने में मदद कर सकता है। यह तकनीक ऊर्जा को संग्रहित करने के लिए गुरुत्वाकर्षण का उपयोग करती है, और इसे बड़े पैमाने पर ऊर्जा भंडारण के समाधान के रूप में माना जा रहा है।
गुरुत्वाकर्षण ऊर्जा भंडारण के बारे में:
यह तकनीक ऊर्जा को संरक्षित करने के लिए भारी वस्तु को ऊंचाई पर उठाने और फिर आवश्यकता पड़ने पर उसे गिराने का उपयोग करती है। जब अतिरिक्त ऊर्जा उत्पादन होता है, तो उस ऊर्जा से भारी वस्तु को ऊपर उठाया जाता है, और फिर जब ऊर्जा की मांग बढ़ती है या सौर ऊर्जा उपलब्ध नहीं होती, तो उसे नीचे गिराकर टरबाइन के माध्यम से ऊर्जा उत्पन्न की जाती है।
यह कैसे काम करता है?
- ऊर्जा संग्रहण:
- जब सौर ऊर्जा उत्पादन मांग से अधिक होता है, तो अतिरिक्त बिजली एक भारी पिस्टन को ऊपर उठाती है।
- यह संग्रहित ऊर्जा को स्टोर करने का काम करती है।
- ऊर्जा आपूर्ति: जब ऊर्जा की मांग अधिक होती है, तो पिस्टन नीचे गिरता है, और पानी टरबाइन के माध्यम से चलता है, जिससे बिजली उत्पन्न होती है।
प्रयोग किए जाने वाले भार:
- पानी, कंक्रीट ब्लॉक या संपीड़ित मिट्टी के ब्लॉक जैसे वजनदार सामग्री का उपयोग किया जाता है।
गुरुत्वाकर्षण ऊर्जा भंडारण और पंप-जल ऊर्जा भंडारण में अंतर:
- पंप-जल ऊर्जा भंडारण (Pumped Hydro Energy Storage) के विपरीत, गुरुत्वाकर्षण ऊर्जा भंडारण में स्थान चयन में अधिक लचीलापन होता है, जिससे इसे विभिन्न प्रकार के पर्यावरणीय और भौगोलिक स्थितियों में लागू किया जा सकता है।
लाभ:
- न्यूनतम रखरखाव: यह प्रणाली दशकों तक बिना किसी बड़े रखरखाव के काम कर सकती है, जबकि बैटरियां समय के साथ खराब हो जाती हैं।
- पर्यावरणीय लाभ: यह प्रणाली हानिकारक रासायनिक प्रतिक्रियाओं से बचाती है और पर्यावरणीय प्रभाव और निपटान की समस्याओं को कम करती है, जो कि हरित ग्रह की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- कम लागत: यह बड़े पैमाने पर कास्ट प्रभावी हो सकती है और ऊर्जा भंडारण की लागत को कम करती है, जो विशेष रूप से उच्च लागत वाली बैटरियों के मुकाबले एक आकर्षक विकल्प है।
- स्थान चयन की लचीलापन: यह विशेष रूप से उन क्षेत्रों में लाभकारी है जहां स्थान की कमी है या पर्यावरणीय चिंताएं हैं जो अन्य भंडारण प्रणालियों की तैनाती को प्रतिबंधित करती हैं।
निष्कर्ष: गुरुत्वाकर्षण ऊर्जा भंडारण एक अत्यंत संभावित और सतत ऊर्जा भंडारण तकनीक के रूप में उभर रही है। यह न केवल ऊर्जा आपूर्ति और मांग के बीच संतुलन बनाए रखने में मदद कर सकती है, बल्कि इसके पर्यावरणीय और आर्थिक लाभ भी इसे एक प्रभावी समाधान बनाते हैं।
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