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हाल ही में भारत और खाड़ी सहयोग परिषद (Gulf Cooperation Council) के बीच पहली रणनीतिक वार्ता के लिए संयुक्त मंत्रिस्तरीय बैठक 9 सितंबर 2024 को सऊदी अरब की राजधानी रियाद में आयोजित की गई। यह भारत और जीसीसी के छह सदस्य देशों के बीच पहली विदेश मंत्री स्तर की बैठक थी।
भारत-खाड़ी सहयोग परिषद (GCC) की पहली संयुक्त मंत्रिस्तरीय बैठक के मुख्य परिणाम:
- भारत और खाड़ी देशों ने एक साथ काम करने की योजना बनाई:
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- भारत और खाड़ी देशों ने मिलकर काम करने के लिए एक योजना बनाई है। इस योजना का नाम “संयुक्त कार्य योजना 2024-2028” है।
- इस योजना के तहत दोनों पक्ष स्वास्थ्य, व्यापार, सुरक्षा, कृषि, खाद्य सुरक्षा, परिवहन, ऊर्जा और संस्कृति जैसे कई क्षेत्रों में मिलकर काम करेंगे।
- भविष्य में दोनों पक्ष आपसी सहमति से इस योजना में और भी क्षेत्रों को शामिल कर सकते हैं।
- भारत ने “3P” फ्रेमवर्क का प्रस्ताव दिया:
- भारत ने “3P” फ्रेमवर्क का प्रस्ताव दिया है। इसका मतलब है कि भारत और खाड़ी देशों को लोगों के लिए, समृद्धि के लिए और प्रगति के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
- ग़ज़ा में मानवीय संकट के बारे में भारत का रुख:
- भारत के विदेश मंत्री ने कहा कि भारत का रुख मानवीय कानून के सिद्धांतों पर आधारित है। भारत किसी भी प्रतिक्रिया में इन सिद्धांतों को ध्यान में रखेगा।
भारत और खाड़ी देशों के बीच संबंध:
- राजनीतिक: भारत और खाड़ी देशों के बीच पहली राजनीतिक बातचीत 2003 में हुई थी। भारत के सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और ओमान के साथ रणनीतिक साझेदारी है।
- व्यापार और निवेश: वित्त वर्ष 2023-24 में भारत और खाड़ी देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 161.59 अरब डॉलर था। संयुक्त अरब अमीरात भारत में विदेशी निवेश का सातवां सबसे बड़ा स्रोत है।
- प्रवासी भारतीय: लगभग 8.9 मिलियन भारतीय प्रवासी खाड़ी देशों में रहते हैं, जो सभी भारतीय प्रवासियों का 66% है। खाड़ी क्षेत्र से भारत को मिलने वाले कुल प्रेषणों का हिस्सा लगभग 30% है (2020-21)।
- ऊर्जा: खाड़ी देश भारत के तेल आयात का 35% और गैस आयात का 70% योगदान देते हैं।
Gulf Cooperation Council (GCC) के बारे में –
Gulf Cooperation Council (GCC) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जिसका गठन 1981 में हुआ था। इसका उद्देश्य खाड़ी क्षेत्र के देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देना है। इसका मुख्यालय रियाद (सउदी अरब) में हैं।
GCC के सदस्य देश:
- बहरीन
- कुवैत
- ओमान
- कतर
- सऊदी अरब
- संयुक्त अरब अमीरात
GCC के उद्देश्य:
- क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देना।
- आर्थिक विकास और समृद्धि को प्रोत्साहित करना।
- राजनीतिक सहयोग को मजबूत बनाना।
- सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना।
- क्षेत्रीय एकीकरण को प्रोत्साहित करना।
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